हाथोर समाचार, सूरजपुर। जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के सोनगरा और बंशीपुर बीट में इन दिनों 17 हाथियों का दल लगातार विचरण कर रहा है। पिछले तीन दिनों में यह दल सोनगरा और सकलपुर सहित आसपास के करीब 60 किसानों की फसलों को रौंद चुका है। खेतों में पकी धान की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, जिससे किसानों में गहरी निराशा और भय का माहौल है।

ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों का यह दल अक्सर रात के समय गांव की ओर बढ़ आता है। कई बार यह सड़कों के किनारे या मुख्य मार्गों पर भी नजर आया है। ग्रामीणों द्वारा बनाए गए वीडियो रोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें हाथियों का झुंड खेतों और सड़कों पर घूमता दिखाई दे रहा है।
हाथियों के गांव की ओर बढ़ने की आहट से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। सुरक्षा के अभाव में लोग रातभर रतजगा करने पर मजबूर हैं। कई किसान अपनी फसलों की कटाई भी नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं हाथी खेतों में न आ जाएं। ग्रामीण पारंपरिक तरीके से हाथियों को भगाने की कोशिश करते हैं — ड्रम बजाकर, टिन पीटकर या मशाल जलाकर उन्हें डराने का प्रयास किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रतापपुर क्षेत्र पिछले कई दशकों से हाथियों का स्थायी गढ़ बन चुका है। मानव-हाथी द्वंद्व की घटनाएं सबसे अधिक इसी क्षेत्र में दर्ज की जाती हैं। वन विभाग के प्रयासों के बावजूद इस समस्या से राहत नहीं मिल पा रही है।
जानकारों का कहना है कि हाथी प्रभावित क्षेत्रों में टॉर्च, हाइ-मास्ट लाइट और अन्य सुरक्षा उपकरणों के लिए सरकार से बजट जारी किया जाता है, लेकिन वर्तमान में जमीनी स्तर पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं दिख रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग केवल कागजी कार्रवाई तक सीमित है और जमीनी स्तर पर हाथियों से सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं।
हाथियों की बढ़ती गतिविधियों का असर स्थानीय शिक्षा पर भी पड़ रहा है। कई स्कूल जो जंगल किनारे बसे गांवों में स्थित हैं, वहां पढ़ाई प्रभावित हो रही है। बच्चे और शिक्षक हाथियों की दहशत के कारण स्कूल आने से डर रहे हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन और वन विभाग से मांग की है कि हाथियों के झुंड को सुरक्षित रूप से जंगल की ओर खदेड़ने की व्यवस्था की जाए तथा फसल नुकसान का उचित मुआवजा तुरंत दिया जाए। साथ ही प्रभावित गांवों में हाई मास्क लाइट और अलार्म सिस्टम जैसी सुविधाएं जल्द से जल्द स्थापित की जाएं, ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।



