दैनिक हाथोर समाचार ,जशपुरनगर ।छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश की महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक और पारिवारिक जीवन में बदलाव लाने के लिए महतारी वंदन योजना लाई गई थी। यह योजना देखने में एक छोटी सी आर्थिक सहायता मात्र दिखाई देती है पर इस योजना से जिले की अर्थव्यवस्था पर एक व्यापक प्रभाव दिखाई दे रहा है। वे महिलाएं जो घर की लक्ष्मी मानी जाती हैं। अक्सर घर परिवार की जरूरतें पूरा करते घर के बाहर निकल नहीं पाती थी और अपनी छोटी जरूरतों के लिए भी दूसरों का मुख देखा करती थी। उन महिलाओं के लिए शासन द्वारा प्राप्त आर्थिक सहायता स्वाभिमान लेकर आई है। जब जिस वस्तु की आवश्यकता हो बस अपने खाते से पैसे निकाल कर वे अपने लिए आवश्यक समाग्री ले सकती हैं और पहले अपने पैसे निकालने उन्हें शहर जाना पड़ता था उसका उपाय करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर गांव गांव में अटल सुविधा केन्द्र के माध्यम से नगद निकासी की व्यवस्था की गई है। यह महिलाओं को आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन देने की दिशा में एक सार्थक कार्य कर रहा है।
यह योजना केवल महिलाओं ही नहीं बल्कि पूरे जिले की अर्थव्यवस्था को गति देने का एक माध्यम बन रही है। महतारी वंदन योजना द्वारा जिले में 2 लाख से अधिक महिलाओं को योजना की शुरूआत मार्च 2024 से जुलाई 2025 तक 363 करोड़ 42 लाख 25 हजार 900 रूपये की राशि प्राप्त हो चुकी है। एक वृहद उद्योग भी इतने बड़े लाभ से एक वर्ष में इतनी बड़ी जनसंख्या को लाभान्वित नहीं कर सकता। इस राशि का उपयोग कोई महिला अपनी सिलाई की दुकान में तो कोई अपने बच्चों की फीस, किताबों, कपड़ों, मिठाइयों, त्योहारों की तैयारियों में कर रहीं हैं। किसी ने इस पैसे को अपने बच्चों की भविष्य के लिए निवेश किया है तो किसी ने सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर अपनी बेटियों का जीवन सुरक्षित किया है।
योजना से सीधे खातों में राशि महिलाओं को प्राप्त हो रही है। जिससे वे अपने घर, मोहल्ले या गांव की दुकानों में जाकर किराना समान, मनिहारी सामान, सब्जियां, फल, मिठाईयां आदि खरीदती हैं। जिससे आस पास के दुकानदारों, व्यवसायियों को भी व्यवसाय प्राप्त होता है। जिससे सभी का विकास हो रहा है। आलम यह है कि योजना की राशि के अंतरण का इंतजार महिलाओं के साथ साथ व्यवसायी भी करते हैं, जैसे ही राशि अंतरित होती है सभी के चेहरे खिल उठते हैं। इस प्रकार योजना ने ना सिर्फ महिलाओं का जीवन बदलने का कार्य किया है बल्कि ग्रामीण जीवन की धुरी बन गया है। इस योजना ने महिलाओं की आर्थिक निर्भरता की बेड़ी को तोड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अब महिलाएं अपने छोटे-छोटे फैसले खुद ले पा रही हैं।
महतारी वंदन योजना से मिली राशि का महिलाएं केवल घरेलु खर्चों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इसे अन्य उत्पादक क्षेत्रों में निवेश कर सदुपयोग भी कर रही हैं। इस योजना की राशि का महिलाएं अपनी बेटियों का जीवन सुरक्षित बनाने सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश भी कर रही हैं। इसके साथ ही अन्य उद्यमों में हाथ आजमा रही हैं। इस योजना के हितग्राहियों को एकमुश्त लाभ दिला कर उद्यमियता को प्रेरित करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के साथ मिलकर महतारी शक्ति ऋण योजना प्रारम्भ की गई है। इस योजना के तहत 25 हजार तक की राशि एकमुश्त 48 महिनों तक के आसान किस्तों में न्यूनतम ब्याज दर पर दिया जा रहा हैं। जशपुर में अब तक 875 महिलाओं को इस योजना का लाभ मिला हैं। जिसका महिलाएं व्यवसाय या अन्य कामों में उपयोग कर रही हैं।
