बिट्टू सिहं राजपूत , सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के प्रतापपुर स्थित शासकीय विदेशी शराब दुकान में मिलावटी शराब बिक्री का बड़ा मामला सामने आया है। संभागीय उड़नदस्ता आबकारी टीम, सरगुजा ने दबिश देकर 52.375 लीटर मिलावटी शराब जब्त की। इस कार्रवाई में दुकान के चार कर्मचारियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
मिलावटी शराब की शिकायत पर कार्रवाई
संभागीय आबकारी उड़नदस्ता टीम अंबिकापुर को प्रतापपुर स्थित विदेशी मदिरा दुकान में मिलावटी शराब बेचने की पुख्ता जानकारी मिली। इसके बाद टीम ने सूरजपुर जिला आबकारी विभाग को साथ लेकर दुकान पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान सुपरवाइजर अंशु सोनी, सेल्समैन उपेंद्र चंद्रवंशी, संजय कुमार, और मल्टीपरपज वर्कर राजा पंडवार को दुकान में मौजूद पाया गया।
जांच में पता चला कि 31 बोतलों में पानी मिलाकर शराब बनाई गई थी। इनमें 31 लीटर विदेशी मदिरा व्हिस्की, 11 बोतल रॉयल चैलेंज व्हिस्की, और 35 गोवा स्पेशल की अद्धी में मिलावट की गई थी। कुल 52.375 लीटर मिलावटी शराब जब्त की गई।
मिलावटी शराब बनाने का अड्डा भी पकड़ा गया
आबकारी टीम ने छानबीन के दौरान पता लगाया कि दुकान के 3 किलोमीटर दूर एक किराए के मकान में मिलावटी शराब तैयार की जा रही थी। वहां से शराब की खाली बोतलें (200), ढक्कन (3000), और लेबल रैपर (250) बरामद किए गए। सभी सामग्रियां जब्त कर ली गईं।
आरोपियों पर कार्रवाई
आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2), 38(क), 39(ग), और 59(क) के तहत मामला दर्ज किया गया। चारों को गिरफ्तार कर सूरजपुर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
सूरजपुर आबकारी विभाग पर सवाल
इस कार्रवाई के बाद सूरजपुर जिले के आबकारी विभाग की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि मिलावटी शराब की शिकायतें पहले भी की गई थीं, लेकिन विभाग ने कार्रवाई करने में हमेशा लापरवाही बरती।
लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़
जिले की अन्य सरकारी शराब दुकानों पर भी मिलावट की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। लटोरी, भटगांव, जरही, शिवनंदनपुर, और सूरजपुर की दुकानों पर भी मिलावटी शराब बिकने की खबरें हैं। स्थानीय लोग अब यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि क्या विभाग इन दुकानों पर भी कड़ी कार्रवाई करेगा।
संभागीय उड़नदस्ता की बड़ी सफलता
इस कार्रवाई को सहायक जिला आबकारी अधिकारी रंजीत गुप्ता और सूरजपुर आबकारी उप निरीक्षक प्रदीप वर्मा के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। उड़नदस्ता टीम और जिला आबकारी टीम की संयुक्त कार्रवाई ने इस गोरखधंधे को उजागर किया है।
अब देखना होगा कि प्रशासन मिलावटखोरों पर रोक लगाने और जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाता है। इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित किया है कि जागरूकता और कठोर कदम से ऐसे अवैध कार्यों पर अंकुश लगाया जा सकता है।