रायपुर: कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता, इस कहावत को सच कर दिखाया है राजधानी के एक युवा ने, जो अपने पारंपरिक नाश्ते के व्यवसाय को नई ऊँचाईयों तक ले गया है। आज यह युवा अपनी नाश्ते की दुकान से लाखों की कमाई कर रहा है और इस दुकान की रोजाना की इनकम हजारों में पहुँच चुकी है। ग्राहकों को स्वादिष्ट और स्वच्छ खाना देने पर इसने विशेष ध्यान दिया है, जिसके चलते महीने भर में लाखों का टर्नओवर हो रहा है। यह नाश्ते की दुकान अब उन लोगों के लिए प्रेरणा बन गई है, जो रोजगार की तलाश में हैं और परेशान हो चुके हैं। तो आइए जानते हैं इस सफलता की कहानी और कैसे इस युवा ने अपने पारंपरिक व्यवसाय को नई दिशा दी।

दुकान तीसरी पीढ़ी के हाथों में
“चौहान नाश्ता” के संचालक युवराज सिंह चौहान बताते हैं कि उनकी पारिवारिक नाश्ते की दुकान सिटी कोतवाली थाने के पास स्थित है, जो उनके नाना शिवशंकर चौहान के नाम से प्रसिद्ध है। लगभग 28 साल पहले बहुत छोटे स्तर पर शुरू हुई इस दुकान ने समय के साथ लोगों के बीच एक खास पहचान बना ली है। युवराज कहते हैं, “मेरे नाना के बाद मेरे मामा और पापा ने इस दुकान को संभाला, और अब मैं इसका संचालन कर रहा हूं।” आज यह दुकान तीसरी पीढ़ी द्वारा चलायी जा रही है।
महीने में 3 लाख 60 हजार तक कमाई
युवराज बताते हैं कि उन्होंने 12वीं के बाद अपनी पढ़ाई को छोड़कर पारंपरिक व्यवसाय को ही आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। वे कहते हैं, “जब युवा सरकारी नौकरी की तलाश में लगे होते हैं, मैं अपने व्यवसाय को सशक्त बनाने में जुटा रहा।” वे प्रतिदिन बाजार जाकर नाश्ते की दुकान के लिए आवश्यक सामग्री खरीदते हैं, जबकि उनके पिता दुकान पर रहते हैं। इस व्यवसाय के माध्यम से युवराज आठ लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं। यहाँ नाश्ता हाफ प्लेट 15 रुपये और फुल प्लेट 30 रुपये में मिलता है, जिससे रोजाना 12 हजार रुपये की कमाई होती है। यानी महीने में लगभग 3 लाख 60 हजार रुपये तक की कमाई हो जाती है।
इस युवा उद्यमी की कहानी यह साबित करती है कि पारंपरिक व्यवसायों में भी आधुनिक सोच और मेहनत से सफलता हासिल की जा सकती है।