बिट्टू सिंह राजपूत ,सरगुजा। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां अज्ञात चोरों ने एक पुलिसकर्मी के घर में सेंध लगाकर न केवल कीमती आभूषण चुरा लिए, बल्कि एके-47 राइफल और 90 जिंदा कारतूस लेकर फरार हो गए। इस घटना से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। यह मामला गांधीनगर थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस फिलहाल चोरों की तलाश में जुटी हुई है।
छुट्टी के दौरान घर में रखा था सर्विस हथियार
जानकारी के मुताबिक, आरक्षक आशीष तिर्की किसी निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए छुट्टी पर गए हुए थे। उन्होंने अपनी सर्विस रायफल एके-47 और कारतूस को थाने में जमा करने के बजाय घर में ही सुरक्षित रख दिया था। 2 अप्रैल की दोपहर जब वह अपने परिजनों के साथ घर लौटे तो दरवाजा खुला देखकर उनके होश उड़ गए।
घर के अंदर घुसने पर उन्होंने पाया कि सारा सामान बिखरा हुआ था, अलमारी खुली हुई थी और सर्विस रायफल एके-47 सहित 90 राउंड कारतूस गायब थे। इसके बाद आशीष तिर्की ने तुरंत गांधी नगर थाना में इसकी सूचना दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी गई।
सोने-चांदी के जेवरात भी चोरी
चोरों ने सिर्फ सर्विस हथियार ही नहीं, बल्कि घर में रखे सोने-चांदी के जेवरात पर भी हाथ साफ कर दिया। घटना के बाद से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। आरक्षक आशीष तिर्की बलरामपुर जिले के जिला पंचायत सीईओ के गनमैन हैं, जिसके चलते यह मामला और भी संवेदनशील हो गया है।
पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
यह पहली बार है जब किसी पुलिसकर्मी के घर से सर्विस रायफल एके-47 चोरी हुई है। इसे देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए पूरी ताकत झोंक दी है। लेकिन देर रात तक जब कोई सफलता नहीं मिली और मामला मीडिया में सामने आ गया, तब जाकर इसकी प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की गई। अंबिकापुर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी फिलहाल इस मामले पर कोई बयान देने से बच रहे हैं।
सुरक्षा मानकों की अनदेखी
जानकारों के अनुसार, किसी भी पुलिसकर्मी या सशस्त्र बल के जवान को छुट्टी के दौरान अपना सर्विस हथियार नजदीकी पुलिस थाने में जमा करने के निर्देश होते हैं। इससे सरकारी हथियारों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है और उनके गलत हाथों में जाने की संभावना कम होती है। लेकिन इस मामले में आरक्षक आशीष तिर्की ने लापरवाही बरतते हुए अपने सर्विस राइफल को घर पर रखा, जिसके चलते चोरों ने इसे चुरा लिया।
पुलिस कार्यप्रणाली पर सवाल
इस चोरी ने अंबिकापुर में पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि जल्द से जल्द चोरों का पता लगाया जाए और चोरी हुए हथियार को बरामद किया जाए, ताकि इसे किसी आपराधिक गतिविधि में इस्तेमाल होने से रोका जा सके। पुलिस की टीमें लगातार जांच में जुटी हुई हैं