रायपुर/सीकर। लोकसभा सांसद और छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने आज राजस्थान के सीकर जिले स्थित खाटूधाम की पावन भूमि पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय द्वितीय अग्र विभूति अलंकरण समारोह 2025 में भाग लेकर एक भावपूर्ण और प्रेरणादायक कार्यक्रम में शिरकत की।

इस भव्य आयोजन का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन द्वारा किया गया था, जिसमें भारत ही नहीं, बल्कि अमेरिका, कनाडा, यूएई, सिंगापुर जैसे देशों से भी अग्रवाल समाज के प्रतिष्ठित सदस्य शामिल हुए। समारोह का उद्देश्य देश और दुनिया भर में अग्रवाल समाज की उन विभूतियों को सम्मानित करना था, जिन्होंने समाज, संस्कृति, सेवा, शिक्षा, उद्योग, प्रशासन, चिकित्सा और कला के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान देकर समाज को गौरवान्वित किया है। कार्यक्रम में मंच से सम्मानित विभूतियों को “अग्र विभूति अलंकरण” से नवाजा गया।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में शामिल होकर न केवल देश-विदेश से आए विशिष्ट अग्रजनों का सम्मान किया, बल्कि समाज की ऐतिहासिक भूमिका और भविष्य की दिशा पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा “अग्रवाल समाज की विशेषता है कि वह जहां भी गया, वहां न केवल व्यापार-उद्योग में अग्रणी रहा, बल्कि सेवा भावना, सामाजिक उत्तरदायित्व और राष्ट्र निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आज का यह आयोजन हमारी विरासत और भविष्य को जोड़ने का सेतु बन रहा है।”
बृजमोहन अग्रवाल ने श्री खाटू श्याम जी के दर्शन कर समाज और देश की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि “भगवान श्री श्याम बाबा से यही प्रार्थना है कि वे हम सभी को समाज सेवा, राष्ट्रभक्ति और सद्भाव के मार्ग पर चलते रहने की शक्ति प्रदान करें।” समारोह में समाज के कई प्रख्यात व्यवसायी, चिकित्सक, अधिवक्ता, आईएएस-आईपीएस अधिकारी, समाजसेवी, शिक्षाविद, और युवा उद्यमियों को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए, जिनमें राजस्थान की लोक संस्कृति, भक्ति संगीत, और सामाजिक विषयों पर आधारित नाट्य प्रस्तुतियाँ शामिल थीं।
कार्यक्रम का संचालन अत्यंत गरिमामय तरीके से किया गया। मंच पर अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन के पदाधिकारीगण – राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद प्रसाद अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश बंसल, महिला प्रकोष्ठ प्रभारी अलका बिड़ला, यूथ विंग प्रमुख अभिषेक अग्रवाल समेत समाज के कई प्रतिनिधि मौजूद रहे। समारोह में यह भी तय किया गया कि समाज में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में योगदान देने वालों को हर वर्ष यह अलंकरण सम्मान दिया जाएगा। इसके अलावा, गरीब और वंचित वर्ग के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए एक विशेष फंड की स्थापना की भी घोषणा की गई।