बिट्टू सिहं राजपूत ,सूरजपुर। छत्तीसगढ़ की महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े एक बार फिर अपने सादगीभरे और ज़मीनी अंदाज़ के चलते चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे अपने कार्यालय के दरवाजे पर ‘PUSH-PULL’ जैसे अंग्रेजी शब्द लिखे होने पर नाराजगी जताते हुए साफ निर्देश देती दिख रही हैं कि ऐसे शब्दों को हटाकर हिंदी में लिखा जाए।
वीडियो में मंत्री राजवाड़े स्पष्ट शब्दों में कहती हैं-
“क्या यहां इंग्लैंड के लोग आते हैं जो ‘PUSH-PULL’ लिखा गया है? गांव की अम्मा अंग्रेजी कैसे समझेगी? लोग आएंगे तो क्या पढ़ पाएंगे? हिंदी इतनी साफ-सुथरी भाषा है, उसमें क्यों नहीं लिखा गया है?”
इसके बाद उन्होंने तत्काल हिंदी जैसे शब्दों का उपयोग करने का निर्देश दिया और कर्मचारियों से कहा – “अपनी मातृभाषा हिंदी का सम्मान करो।”
इस वीडियो को लोग सोशल मीडिया में जमकर साझा कर रहे हैं और मंत्री के व्यवहार की खुले दिल से सराहना कर रहे हैं। लोगों ने वीडियो साझा करते हुए लिखा
“नेता हो तो लक्ष्मी राजवाड़े जैसी, जो जनता की भाषा और भावना समझती हैं।”
आपको बता दें की हिंदी भाषा को लेकर देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भी हाल ही में कहा था कि
“भारत में वह दिन दूर नहीं जब अंग्रेजी बोलने पर शर्मिंदगी महसूस होगी। भारतीय भाषाएं हमारी पहचान का अभिन्न हिस्सा हैं।”
गौरतलब है कि लक्ष्मी राजवाड़े सूरजपुर जिले के भटगांव विधानसभा क्षेत्र से आती हैं, जो एक आदिवासी बहुल इलाका है। यहां अब भी बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं व बुज़ुर्ग हिंदी भी सीमित रूप में पढ़-समझ पाते हैं। ऐसे में अंग्रेजी में लिखे निर्देश आमजन के लिए बाधा बनते हैं। मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े का यह क़दम इस बात को रेखांकित करता है कि प्रशासन आम लोगों की पहुँच में हो।
मंत्री राजवाड़े का यह सरल लेकिन सशक्त संदेश मातृभाषा को महत्व देने की सोच को बल देता है और यह दर्शाता है कि सरकार अब ज़मीन से जुड़कर काम करना चाहती है।