बिट्टू सिंह राजपूत , सरगुजा। शहर के दया निधि अस्पताल में नर्सिंग होम एक्ट के उल्लंघन की शिकायतों के बाद प्रशासन ने जांच के लिए 7 सदस्यीय विशेष टीम गठित की है। यह टीम नर्सिंग होम एक्ट के तहत अस्पताल की जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
अस्पताल पर गंभीर आरोप
सूत्रों के अनुसार, दया निधि अस्पताल पर नियमों की अनदेखी और प्रशासनिक मेहरबानी के आरोप लग रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह अस्पताल नर्सिंग होम एक्ट के नोडल अधिकारी डॉ. संदीप त्रिपाठी की पत्नी के नाम पर संचालित हो रहा है, जबकि स्वयं डॉ. त्रिपाठी यहां मरीजों का इलाज भी करते हैं। आरोप है कि उनके प्रभाव के कारण अस्पताल में नियमों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है।
जांच के लिए गठित टीम
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने 7 सदस्यीय जांच टीम गठित की है, जिसमें निम्नलिखित अधिकारी शामिल हैं:
- डिप्टी कलेक्टर, सरगुजा
- सहायक कोषालय अधिकारी
- डीपीएम, सरगुजा
- जिला मलेरिया अधिकारी, सरगुजा
- जिला टीकाकरण अधिकारी, सरगुजा
- जिला सूचना प्रौद्योगिकी अधिकारी
- ईडीएमई सेवा केंद्र, सरगुजा
प्रशासन ने इस टीम को सात दिनों के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
क्या होगी कार्रवाई या महज खानापूर्ति?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस जांच के बाद कोई ठोस कार्रवाई करेगा या यह महज औपचारिकता बनकर रह जाएगी? खासतौर पर तब, जब नोडल अधिकारी स्वयं नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी निभाते हैं, लेकिन उनके ही अस्पताल पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। अब निगाहें जांच टीम की रिपोर्ट और प्रशासन की आगामी कार्रवाई पर टिकी हैं।