छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में शिक्षा विभाग ने लापरवाही और लंबे समय तक अनुपस्थित रहने के कारण चार कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। यह कार्रवाई कलेक्टर रोहित व्यास के निर्देश पर की गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया गया, जिसमें कर्मचारियों की अनुपस्थिति और कर्तव्य में लापरवाही साबित हुई।

सहायक शिक्षक भागन राम बर्खास्त
शासकीय प्राथमिक शाला गरांज में पदस्थ सहायक शिक्षक भागन राम को 23 मई 2016 से बिना सूचना के अनुपस्थित रहने के कारण सेवा से हटा दिया गया। 19 अप्रैल 2024 को उनके खिलाफ आरोप पत्र जारी किया गया था। जांच के दौरान उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, जिसके चलते उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।
लंबे समय तक अनुपस्थिति
शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला कुरडेग में सहायक ग्रेड-3 पर तैनात आलोक कुमार भगत ने 27 अप्रैल 2019 से 17 अगस्त 2024 तक बिना सूचना के ड्यूटी से अनुपस्थित रहकर कर्तव्य की उपेक्षा की। विभाग ने उन्हें नोटिस दिया, लेकिन जवाब न मिलने पर बर्खास्त कर दिया।
12 वर्षों से अनुपस्थित
शासकीय प्राथमिक शाला बीजाघाट के सहायक शिक्षक राजू राम 4 फरवरी 2012 से अपने कार्यस्थल से गायब थे। जांच और नोटिस के बावजूद उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
दो वर्षों से गायब प्यून
शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय ढोढरअंबा में तैनात प्यून प्रमोद मिंज 5 अक्टूबर 2021 से अनुपस्थित थे। कई नोटिस दिए जाने के बाद भी उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। अंततः उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।
अंतिम चेतावनी के बाद कार्रवाई
सभी कर्मचारियों को विभाग ने अंतिम चेतावनी दी थी, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई की गई। शिक्षा विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि कर्तव्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस कदम से अन्य कर्मचारियों को भी अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सतर्क रहने का संदेश दिया गया है।