हाथोर समाचार,बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक कार्यक्रम में पहुंचे धर्मगुरु परम आलय का बयान सोशल मीडिया पर विवाद का विषय बन गया है। मंच से बोलते हुए उन्होंने कहा कि “लड़कियों को शादी से पहले सेक्स से ऐतराज नहीं होना चाहिए”। इतना ही नहीं, उन्होंने इसकी तुलना गाड़ी खरीदने से करते हुए कहा कि जैसे हम वाहन लेने से पहले उसे चलाकर देखते हैं, उसी तरह संबंधों में भी प्रयोग जरूरी है।

परम आलय ने सेक्स को पूजनीय बताते हुए दावा किया कि युवाओं को सेक्स एनर्जी की समझ और प्रशिक्षण देना समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि “सेक्स एनर्जी का सही उपयोग सिखाना चाहिए, पश्चिम ने शरीर को दो हिस्सों में बांटना सिखाया है, हमारी परंपरा ऐसा नहीं कहती।”
धर्मगुरु के मुताबिक, जब किसी व्यक्ति की उम्र सेक्स क्षमता तक पहुंच जाती है, तो इसमें कोई बुराई नहीं है। उनका कहना था कि समाज को इसे खुलकर समझना चाहिए। कार्यक्रम में वे धर्म, आत्मा और परमात्मा पर बोलने पहुंचे थे, लेकिन उनका फोकस सेक्स एजुकेशन और प्रयोग पर रहा।
परम आलय के इस बयान का वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं शुरू हो गईं। उनके बयान को कई लोग सामाजिक मर्यादा और भारतीय संस्कृति के खिलाफ बता रहे हैं। वहीं कुछ लोग इसे अनावश्यक विवाद पैदा करने वाला बयान कह रहे हैं।
कार्यक्रम में स्थानीय नेता, जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने बाबा का स्वागत किया। आयोजकों ने इसे आध्यात्मिक कार्यक्रम बताया था, लेकिन परम आलय की टिप्पणियों ने पूरे आयोजन को विवादों में ला दिया है। वीडियो के वायरल होने के साथ ही इस मुद्दे पर बहस लगातार बढ़ती जा रही है।



