बिट्टू सिंह राजपूत , सूरजपुर। एसईसीएल भटगांव के सुरक्षा प्रहरी राजेश शुक्ला ने 28 मार्च 2025 को थाना भटगांव में सूचना दी कि ग्राम कपसरा स्थित बंद खदान महान-1 के पोखरी में एक अज्ञात व्यक्ति का शव कपड़े से बंधा हुआ मिला है। सूचना पर थाना भटगांव पुलिस मौके पर पहुंची और शव पंचनामा कर अज्ञात मृतिका की पहचान के लिए जिले के सभी थानों को जानकारी दी।

घटना की सूचना पर डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने अज्ञात मृतिका की पहचान शीघ्र कराने एवं सभी साक्ष्य संकलन करने के निर्देश दिए। जांच के दौरान मृतिका की पहचान थाना प्रतापपुर में 25 मार्च 2025 को दर्ज गुमशुदगी रिपोर्ट के आधार पर संतोषी कश्यप (25 वर्ष), निवासी सरगीगुड़ा, थाना देवभोग, जिला गरियाबंद, वर्तमान पता ग्राम खोरमा-प्रतापपुर के रूप में हुई। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में मृतिका की मृत्यु को हत्या बताया गया, जिसके बाद थाना भटगांव में धारा 103, 238, 3(5) बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।

जांच में पता चला कि मृतिका का प्रेम विवाह वर्ष 2022 में राजेश चौधरी से हुआ था, लेकिन बाद में उसका चचेरा भाई प्रमेन्द्र चौधरी उसे किराए के मकान में ग्राम खोरमा में रखे था। 25 मार्च को मृतिका की गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस द्वारा दबिश देकर प्रमेन्द्र चौधरी को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में प्रमेन्द्र ने स्वीकार किया कि उसने मृतिका के चरित्र पर संदेह के कारण 22 मार्च की रात गला घोंटकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद उसने अपने भाई राजू चौधरी को फोन कर बताया कि संतोषी लापता हो गई है। राजू, अपनी मां कलेश्वरी चौधरी के साथ वहां पहुंचा, जहां उन्होंने शव को कंबल में लपेटकर मोटरसाइकिल से ग्राम केवरा ले जाकर बच्चे को मां के पास छोड़ा और फिर शव को कपसरा स्थित बंद महान-1 कोयला खदान के पोखरी में डाल दिया। बाद में उन्होंने झूठी जानकारी फैलाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की।
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने दो मोटरसाइकिल और मोबाइल जब्त किए और आरोपियों प्रमेन्द्र चौधरी (22 वर्ष), राजू चौधरी (28 वर्ष) एवं कलेश्वरी चौधरी (43 वर्ष) को गिरफ्तार किया।
इस कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, डीएसपी रितेश चौधरी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी भटगांव सरफराज फिरदौसी, थाना प्रभारी प्रतापपुर लक्ष्मण सिंह धुर्वे, एएसआई बजरंगी चौहान, कुसुमकांता लकड़ा, प्रधान आरक्षक विनोद परीड़ा, महिला प्रधान आरक्षक अरुणा बिसेन, आरक्षक राजेश तिवारी, अवधेश कुशवाहा, दिनेश ठाकुर, रजनीश पटेल , संतोष जायसवाल एवं राधेश्याम साहू सक्रिय रूप से शामिल रहे।