रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने एक बार फिर किरण सिंहदेव को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। भाजपा प्रदेश कार्यालय, कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में आयोजित प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचन कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने उनके नाम की औपचारिक घोषणा की। इस घोषणा के साथ ही प्रदेश संगठन का चुनाव भी संपन्न हो गया।

नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने अपने संबोधन में राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताया। उन्होंने कहा, “मुझे दूसरी बार प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य करने का अवसर दिया गया है। हमने अपने पिछले कार्यकाल में संगठन को मजबूत करने और चुनावी सफलता दिलाने में अहम भूमिका निभाई। हमारी टीम ने सदस्यता अभियान, लोकसभा और उपचुनावों में जीत हासिल कर पार्टी के लक्ष्यों को पूरा किया।”
इस मौके पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन, और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। विनोद तावड़े ने कहा, “प्रदेश अध्यक्ष के लिए सिर्फ एक नामांकन दाखिल हुआ, वह किरण सिंहदेव का था। उनका संगठन के प्रति समर्पण और अनुभव अद्वितीय है।”
किरण सिंहदेव का राजनीतिक सफर
किरण सिंहदेव का राजनीतिक जीवन छात्र राजनीति से शुरू हुआ। 1985 में वे छात्र संघ के अध्यक्ष बने। इसके बाद वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष (1998-2000) भी रहे। जगदलपुर से विधायक निर्वाचित होने से पहले, उन्होंने विभिन्न संगठनात्मक पदों पर काम किया, जैसे जिला अध्यक्ष (2002-2005), प्रदेश महामंत्री (2005-2009), और नगर निगम महापौर (2009-2014)।
2023 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के जतिन जैसवाल को हराकर पहली बार विधायक का पद संभाला। पेशे से वकील, किरण सिंहदेव अपने नेतृत्व और संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते हैं।
दूसरी बार क्यों मिला मौका?
किरण सिंहदेव को पार्टी की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने, संगठन को मजबूत बनाने, और कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने में उनकी कुशलता के कारण दोबारा मौका दिया गया है। उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में 60 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य पूरा किया और पार्टी को चुनावी सफलता दिलाई।
यह नियुक्ति भाजपा के अगले चुनावी अभियान को धार देने और संगठन को और मजबूत करने के उद्देश्य से की गई है।