बिट्टू सिंह राजपूत ,सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के विद्युत विभाग में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है, जहाँ ठेका कर्मचारियों से नौकरी बचाने के नाम पर 30-30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई। पैसे न देने पर करीब सात कर्मचारियों को 400 किलोमीटर दूर स्थानांतरित कर दिया गया। यह खुलासा खुद कर्मचारियों द्वारा रिकॉर्ड की गई वीडियो के माध्यम से हुआ, जिसे ‘हाथोर समाचार डॉट कॉम’ के साथ साझा किया गया।
जानकारी के अनुसार, आदिति इलेक्ट्रिकल्स नामक कंपनी के मालिक दीपक गुप्ता और अन्य अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने कर्मचारियों से रिश्वत की माँग की। जिन कर्मचारियों ने पैसे नहीं दिए, उन्हें दूर-दराज के जिलों में ट्रांसफर कर दिया गया। वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है कि मालिक कर्मचारियों को धमकी देते हुए कह रहा है कि अगर पैसे नहीं दिए तो “दूसरे लड़के रख लेंगे, तुम अपनी नौकरी देख लो।
वीडियो में दीपक गुप्ता खुद पैसे मांगते और ट्रांसफर की धमकी देते नजर आ रहे हैं। पीड़ित कर्मचारियों ने बताया कि पहले भी ट्रांसफर के नाम पर उनसे पैसे वसूले जाते रहे हैं। लेकिन इस बार जब उन्होंने पैसे देने से इनकार किया, तो उनका तत्काल ट्रांसफर कर दिया गया।
इस पूरे मामले में अब तक 7 कर्मचारियों का ट्रांसफर किया जा चुका है। घटना की गंभीरता को देखते हुए अब यह मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में पहुँच चुका है और जांच की माँग की जा रही है।
प्रभावित कर्मचारी बोले
हमने समय से काम किया, लेकिन जब पैसे देने से मना किया तो हमें सजा दी गई। ये सरासर अन्याय है।