बिट्टू सिहं राजपूत ,सूरजपुर/प्रतापपुर। जनपद पंचायत प्रतापपुर में हाल ही में संपन्न हुए सरपंच चुनाव के बाद निर्वाचित प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस बार के चुनाव में 101 ग्राम पंचायतों में से 51 पंचायतों में महिलाओं ने सरपंच पद पर जीत दर्ज की, जिससे महिला नेतृत्व को नई मजबूती मिली है। इसके अलावा, 80 से अधिक पंचायतों में नए चेहरों को मौका मिला है, जिससे स्थानीय स्तर पर नेतृत्व में बड़ा बदलाव देखा गया।
खोरमा पंचायत में प्रतिष्ठा की वापसी
प्रतापपुर जनपद के ग्राम पंचायत खोरमा में सरपंच पद के लिए कड़ा मुकाबला देखने को मिला। कांग्रेस नेता त्रिभुवन सिंह की पत्नी पिंकी टेकाम ने जीत हासिल कर अपने परिवार की राजनीतिक प्रतिष्ठा को पुनः स्थापित किया। पिछली बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार महिला सीट आरक्षित होने के चलते उन्होंने अपनी पत्नी को चुनावी मैदान में उतारा और जीत दर्ज की।
गोटगांव में काम का मिला इनाम
ग्राम पंचायत गोटगांव में ग्रामीणों ने शंभूनाथ मरावी के विकास कार्यों को देखते हुए उनकी पत्नी मीना मरावी को सरपंच चुना। शंभूनाथ ने अपने कार्यकाल में कई विकास कार्य किए, जिससे उनकी लोकप्रियता बढ़ी और उनकी पत्नी को जनता का समर्थन मिला।
आदर्श पंचायत बनाने का संकल्प
ग्राम पंचायत मानपुर में इस बार युवा संतलाल सिंह सरपंच निर्वाचित हुए हैं। उनका लक्ष्य अपने गांव को एक आदर्श पंचायत बनाना है, जहाँ सभी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध हों और सरकारी योजनाओं का लाभ हर घर तक पहुँचे।
छठवीं बार पंचायत पर परिवार का दबदबा
ग्राम पंचायत पलढ़ा में पिछले 25 वर्षों से एक ही परिवार का दबदबा कायम है। इस बार भी नंददेव सिंह केराम ने जीत दर्ज कर सरपंच पद हासिल किया। 2000 से अब तक उनके परिवार के ही सदस्य सरपंच बनते रहे हैं। इसी तरह ग्राम पंचायत पहिया में रुद्र प्रसाद को फिर से सरपंच चुना गया।
आत्मनिर्भर महिला सरपंच की दूसरी जीत
प्रतापपुर ब्लॉक की गोवर्धनपुर पंचायत में सुमित्रा सिंह ने दूसरी बार सरपंच पद पर जीत दर्ज की। वे महिलाओं के लिए एक मिसाल हैं, जो अपने सभी प्रशासनिक कार्य स्वयं संभालती हैं और पंचायत विकास में सक्रिय भूमिका निभाती हैं।
निर्वाचित सरपंचों की पूरी सूची
- भेलकक्ष– सुखमन
- रमकोला– स्वाति
- घुई– हेमकल्याण
- दुलदुली– मनिहारो
- बरपटिया– सुरेश आयाम
- बोंगा– लीलावती
- बड़वार– शिवकुमार
- गोविंदपुर– रँगसाय
- धूमाडांड– विकास कुमार
- नरोला– आलमचंद
- बटई– रामप्रीत
- धोन्धा– सुशन्ना
- सोनडीहा– शिवकुमारी
- गोवर्धनपुर– सुमित्रा सिंह
- रामपुर– चंद्रजीत
- चांचीडांड 2– गीता सिंह
- पहाड़करवां– रामौतार
- रेवटी– विष्णु
- भेड़िया– पानकुंवर
- गोरगी– सूखमेन
- अंजनी– सरिता देवी
- जजावल– करमातो
- मायापुर 1– सुनरेखा
- दरहोरा– शेषनाथ सिंह
- घाट पेंडारी– अनिता
- सेमई– आनंद कुमार
- रमगांव– सुमित सिंह
- लोलकी– मीना
- खुशी– रामजय
- मझगांव– हीरा प्रसाद
- पहिया– रुद्र प्रसाद
- खजुरी– हीरालाल
- शिवपुर– ननकी
- बैंकोना– सुनीता
- सौंतार– शांति
- सेमरकला– हृदयलाल
- सिलौटा– विश्वनाथ
- खैराडीह– अमृता
- सोनपुर– रतिराम
- मसगा– रामबिलास
- चंद्रेली– रामदयाल
- टुकु डांड– शोभित राम
- चांची डांड 1– रामपति
- नावाडीह– राजकुमारी
- पेंडारी– सावित्री
- करसी– हंसकुमारी
- कनकनगर– शिवप्रसाद
- सिलफिली– अमृता
- बरबसपुर– सुशीन्ता
- मकनपुर– कमल
- बूढ़ा डांड– कौशल्या
- मदननगर– सुंदरी
- गणेशपुर– रामबाई
- धरमपुर– ममता
- सिंघरा– बिंदुल
- भरदा– सुशील
- बगड़ा– रामसिंह
- कोटया– रामकेवाल
- गौरा– रीतादेवी
- मणिडांड– पूजा
- जगन्नाथपुर– सोनामती
- केरता– लक्ष्मी आयाम
- पम्पापुर– जलजीत
- खड़गवांकला– अजय कुमार
- चंद्रपुर– इंद्रमणि
- सुखदेवपुर– सोनू
- मायापुर 2– सोमार सिंह
- झींगा दोहर– सोनमती
- श्यामनगर– आशा
- सकलपुर– सुमति
- सोनगरा– कृष्णा सिंह
- बंशीपुर– गुलाबसिंह
- कोरँधा– सूखेमेन
- दुरती– पंचमणी
- मरहट्टा– पवनराम
- गोंदा– अनुकम्पा
- सतीपारा– रामकुमार
- केंवरा– सूरजपति
- पार्वतीपुर– पुष्पलता
- हरिहरपुर– नंदलाल
- मटीगड़ा– सोहरसाय
- परमेश्वरपुर– संपतिया
- सिंघरी– ज्योतिकला
- दवनकरा – मनवनिया
- सेमरखुर्द– रूपा मिंज
- सरहरी – मानमती
- करंजवार– रामपति
- अमनदोन– रुद्र प्रसाद
- बरौल– भरत साय
- पड़ीपा– मनमति
- शंकरपुर– रामदुलार
- बोझा – बालमती
इस चुनाव में महिलाओं और युवा नेतृत्व की मजबूती से ग्रामीण विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।