हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुक्र को लेकर अहम जानकारी सामने आई है. फुआद शुक्र की चार प्रेमिकाएं थीं और उसने सबसे फोन पर ही शादी की थी. इजरायल की जासूस एजेंसी मोसाद ने यह खुलासा किया है. आतंकी संगठन हिजबुल्लाह पर नजर रखने के दौरान मोसाद को यह बात पता चली थी. न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हिजबुल्लाह के सह-संस्थापकों में से एक फुआद शुक्र को कथित तौर पर एक साथ चार महिलाओं से संबंध रखने का अपराधबोध हो रहा था. इसलिए उसने इस साल उन चारों प्रेमिकाओं से शादी करने की ठान ली थी.रिपोर्ट के अनुसार, फुआद शुक्र ने चार प्रेमिकाओं को पटा तो लिया. मगर एक साथ चारों से इश्क लड़ाकर काफी असहज महसूस कर रहा था. उसने हिजबुल्लाह के सर्वोच्च धार्मिक मौलवी हाशिम सफीउद्दीन से संपर्क किया. सफीउद्दीन की अक्टूबर में एक हवाई हमले में मौत हो गई थी. मोसाद ने कथित तौर पर खुलासा किया कि फुआद शुक्र ने सफीउद्दीन से अपनी चार प्रेमिकाओं से शादी कराने के लिए कहा था. सफीउद्दीन की सलाह के बाद फुआद शुक्र के लिए फोन पर चार अलग-अलग शादी समारोह आयोजित किए गए
.कहां हैं चारों प्रेमिकाएं
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि फुआद शुक्र की चारों प्रेमिकाएं कहां रहती थीं और फोन कॉल कहां से किए गए थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि, ये शादियां अधिक समय तक नहीं चलीं. यहां दिलचस्प है कि इजरायल की एजेंसी मोसाद ने दशकों तक हिजबुल्लाह कमांडरों के बारे में छोटी-बड़ी और निजी जानकारी जुटाने में बिताए हैं.
इजरायल ने फुआद शुक्र को क्यों मारा
इजरायल 2006 के युद्ध के बाद से ही हिजबुल्लाह के सैकड़ों कमांडरों पर नजर रखे हुए था. इसमें हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुक्र का नाम भी शामिल था. जुलाई में इजरायल पर हुए एक मिसाइल हमले के बाद से फुआद शुक्र इजरायल के निशाने पर था. इस हमले में इजरायल के दर्जनों नागरिक मारे गए थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई में फुआद शुक्र को एक फोन कॉल आया था, जिससे उसके छिपने की जगह का पता चल गया. इसके बाद जल्द ही इजरायल ने शुक्र को उसकी एक पत्नी और दो बच्चों के साथ मार गिराया
अमेरिका के भी टारगेट पर था फुआद शुक्र
दरअसल, अमेरिका ने फुआद शुक्र को 1983 में लेबनान के बेरूत में बैरक पर हुए बम विस्फोट के मास्टरमाइइंड के रूप बताया था. इस हमले में अमेरिका के 241 मरीन मारे गए थे. इस वजह से अमेरिका के टारगेट पर भी फुआद शुक्र था. गौरतलब है कि एक तरफ जहां इजरायल गाजा में हमास से लड़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह से समूह से उसकी जंग जारी है. इन गुटों को समर्थन देने को लेकर इसराइल और ईरान के बीच भी गोलीबारी हो चुकी है. इस युद्ध में अब तक हजारों लोग मारे जा चुके हैं.