दैनिक हाथोर समाचार ,प्रतापपुर।प्रतापपुर ब्लॉक में खाद संकट ने अन्नदाताओं की कमर तोड़ दी है। खेतों में बुआई का वक्त है, लेकिन सोसायटी खाली और बाजार में कालाबाजारी का राज कायम है। किसान पांच गुना दाम पर खाद खरीदने मजबूर हैं और विभाग खामोशी ओढ़े बैठा है। सवाल उठ रहा है कि आखिर किसकी शह पर यह काला खेल चल रहा है?

प्रदेश किसान विकास महासंघ के प्रांताध्यक्ष विद्या सागर सिंह ने कहा कि प्रतापपुर क्षेत्र की सभी सोसायटियों में खाद नहीं है। किसान बार-बार चक्कर काट रहे हैं, मगर उन्हें सिर्फ मायूसी मिल रही है। निजी व्यापारी खुलेआम लूट मचा रहे हैं और कृषि विभाग आंख मूंदे तमाशा देख रहा है।
वरिष्ठ नेता नवीन जायसवाल, त्रिभुवन सिंह, ज्वाला सिंह समेत कई जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि यदि स्थिति नहीं सुधरी तो प्रतापपुर में बड़ा आंदोलन खड़ा होगा। किसानों ने भी चेतावनी दी है कि अगर तत्काल शासकीय दर पर खाद उपलब्ध नहीं कराया गया, तो हजारों की संख्या में वे सड़कों पर उतरने मजबूर होंगे।
प्रतापपुर की धरती पर खाद संकट अब समस्या नहीं, बल्कि साज़िश की शक्ल ले चुका है। प्रशासन कब तक चुप रहेगा? यह सवाल किसानों की जुबान पर है और आंदोलन की चिंगारी कभी भी भड़क सकती है।