अगर आप भी एनर्जी के लिए इस ड्रिंक का सेवन करते तो सावधान! ना पीएं ये Energy Drink, सीधा Blood Cancer का खतरा

सेहत। बहुत से लोग इंस्टेंट एनर्जी के लिए एनर्जी ड्रिंक का सेवन करते हैं लेकिन अब सावधान हो जाए। इस स्टडी को पढ़ने के बाद आप एनर्जी ड्रिंक पीने से पहले 100 बार जरूर सोचेंगे क्योंकि इस चौकाने वाली रिसर्च में एनर्जी ड्रिंक का संबंध ब्लड कैंसर से बताया गया है। 

वैज्ञानिकों की चौंकाने वाली नई रिपोर्ट के मुताबिक, एनर्जी ड्रिंक्स में इस्तेमाल होने वाला एक सामान्य तत्व ब्लड कैंसर (ल्यूकेमिया) के खतरे को बढ़ा सकता है। अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ रोचेस्टर स्थित विल्मॉट कैंसर इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने यह अध्ययन किया है।

नेचर (Nature) जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, रेड बुल जैसी एनर्जी ड्रिंक्स में पाया जाने वाला तत्व टॉरीन (Taurine) ब्लड कैंसर (ल्यूकेमिया) के खतरे को बढ़ा सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि ल्यूकेमिया कोशिकाएं टॉरीन को अवशोषित कर इसे ग्लाइकोलाइसिस नामक प्रक्रिया के माध्यम से अपनी वृद्धि के लिए ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल करती हैं।

चूहों और इंसानी कोशिकाओं पर परीक्षण

इस रिसर्च में चूहों और इंसानी ल्यूकेमिया कोशिकाओं पर परीक्षण किया गया। वैज्ञानिकों ने पाया कि शरीर में एक SLC6A6 नामक जीन होता है, जो टॉरीन को कोशिकाओं तक पहुंचाने का काम करता है। ल्यूकेमिया सेल्स इस टॉरीन को लेकर ग्लाइकोलाइसिस प्रक्रिया से तेज़ी से बढ़ने लगती हैं। हालांकि बता दें कि यह अध्ययन अभी शुरुआती चरण में है लेकिन वैज्ञानिक ये उम्मीद भी जता रहे हैं कि ल्यूकेमिया के इलाज में टॉरीन को लक्ष्य बनाकर नई दवाएं और थेरेपी विकसित की जा सकती हैं।

क्या है यह खतरनाक तत्व  टॉरीन (Taurine) ? Taurine and Leukemia Link

इस तत्व का नाम है टॉरीन (Taurine) जो एक अमीनो एसिड है, जिसे रेड बुल, सेल्सियस जैसे लोकप्रिय एनर्जी ड्रिंक्स में डाला जाता है। यह मांस, मछली और अंडों में भी पाया जाता है और अक्सर प्रोटीन पाउडर और सप्लिमेंट्स में भी मिलाया जाता है। हालांकि टॉरीन शरीर में स्वाभाविक रूप से बनता ह, लेकिन एनर्जी ड्रिंक्स और सप्लीमेंट्स के माध्यम से इसकी अधिक मात्रा में खपत ल्यूकेमिया जैसी बीमारी को और गंभीर बना सकती है।

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रिसर्च में क्या सामने आया?

वैज्ञानिकों ने पाया कि ल्यूकेमिया सेल्स (ब्लड कैंसर कोशिकाएं) टॉरीन को ईंधन की तरह इस्तेमाल करती हैं। ये कोशिकाएं टॉरीन की मदद से ग्लाइकोलाइसिस नाम की प्रक्रिया के ज़रिए ग्लूकोज़ तोड़कर ऊर्जा बनाती हैं, जिससे वे तेजी से बढ़ती हैं। टॉरीन से ल्यूकेमिया सेल्स को बढ़ने में मदद मिलती है, जिससे बीमारी और आक्रामक हो सकती है।

सबसे ज्यादा किन लोगों को खतरा?

एनर्जी ड्रिंक्स पीने वालों को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि ये आम दुकानों में आसानी से मिलते हैं हालांकि ल्यूकेमिया रोगियों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूर है। उन्हें टॉरीन से जुड़े सप्लिमेंट लेने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए। टॉरीन को पहले कीमोथेरेपी के साइड इफेक्ट्स को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अब यह खुद बीमारी को बढ़ा सकता है।

ध्यान रखने वाली बात

टॉरीन जो कि एनर्जी ड्रिंक्स में पाया जाता है ल्यूकेमिया जैसी गंभीर बीमारी को बढ़ावा दे सकता है। इसलिए ज़रूरी है कि हम एनर्जी ड्रिंक्स का सेवन सावधानी से करें, खासकर अगर कोई ब्लड कैंसर या इससे जुड़ी बीमारी से जूझ रहा हो।

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