धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में पुलिस कस्टडी में दुर्गेश सोनकर की मौत के मामले में एसपी ने बड़ी कार्रवाई की है। अर्जुनी थाना प्रभारी सनी दुबे को निलंबित कर दिया गया है, साथ ही न्यायिक जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। एसपी का कहना है कि जांच में अगर आरोप सही पाए जाते हैं, तो दोषियों पर और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
7 करोड़ की ठगी का था आरोपी –जानकारी के मुताबिक, राजनांदगांव के भंवरमरा निवासी दुर्गेश सोनकर के खिलाफ धमतरी के अर्जुनी थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज था।
पीड़ित किसानों ने आरोप लगाया था कि दुर्गेश ने उच्च दाम पर धान खरीदी का झांसा देकर किसानों से धान लिया, लेकिन भुगतान नहीं किया। जब किसानों ने पैसे की मांग की, तो उसने मोबाइल बंद कर दिया और फरार हो गया।इसके अलावा, राजनांदगांव के बसंतपुर थाने में भी उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज था।
अर्जुनी पुलिस ने 31 मार्च की शाम को दुर्गेश को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया और रिमांड पर लिया।थाने में बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में मौत शाम 6 बजे अर्जुनी थाना लाए जाने के कुछ देर बाद ही दुर्गेश की तबीयत बिगड़ने लगी। पुलिस ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।दुर्गेश सोनकर के परिजनों ने आरोप लगाया है कि थाने में पुलिस पिटाई के कारण उसकी मौत हुई।
उन्होंने मामले की गहन जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।पुलिस का दावा – हार्ट अटैक से हुई मौत –वहीं, पुलिस का दावा है कि दुर्गेश सोनकर की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई। हालांकि, इस पूरे मामले की न्यायिक जांच शुरू हो गई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की असली वजह सामने आ पाएगी।