बिट्टू सिहं राजपूत ,सूरजपुर । आदिवासी बहुल क्षेत्र सूरजपुर जिले के बीरपुर गांव की बेटी निलिमा ने तीसरे प्रयास में NEET परीक्षा पास कर गांव का नाम रोशन किया है। यह पहली बार है जब इस गांव की कोई बेटी डॉक्टर बनने जा रही है। निलिमा फिलहाल राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज से MBBS की पढ़ाई कर रही हैं। उनकी इस ऐतिहासिक सफलता से पूरे गांव में खुशी और गर्व का माहौल है।

शुक्रवार को महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बीरपुर में राशन दुकान के नए भवन के उद्घाटन अवसर पर निलिमा का सम्मान किया। मंत्री ने अपने संबोधन में कहा, जब गांव में एकता होती है, तब वहां का वातावरण सकारात्मक बनता है और बच्चे गलत संगति से दूर रहकर बड़ी उपलब्धियाँ हासिल करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों को आगे बढ़ाना है तो उन्हें मोबाइल की लत से भी बचाना होगा।

भावुक होते हुए मंत्री ने कहा, एक बेटी दो घरों को स्वर्ग बना सकती है। वह मायके और ससुराल दोनों की जिम्मेदारियां निभाती है। माता-पिता को चाहिए कि वे बेटियों को कभी हीन भावना न सिखाएं।
इस मौके पर मंत्री प्रतिनिधि ठाकुर प्रसाद राजवाड़े, जनपद उपाध्यक्ष मनमत बछार, जनपद सदस्य लिलावती सिंह टेकाम, बीरपुर सरपंच, मंडल अध्यक्ष हरीश राजवाड़े सहित कई जनप्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित रहे। सभी ने निलिमा की उपलब्धि को गांव के लिए ऐतिहासिक बताया।
मंत्री प्रतिनिधि ठाकुर प्रसाद राजवाड़े ने कहा, यह पहली बार है जब हमारे गांव की किसी बेटी ने नीट पास कर डॉक्टर बनने का सपना साकार किया है। निलिमा ने साबित कर दिया कि इच्छाशक्ति और मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
वहीं निलिमा ने बताया कि उन्होंने दो बार असफलता झेली, लेकिन परिवार ने हौसला बनाए रखा। तीसरे प्रयास में उन्हें सफलता मिली। उन्होंने अन्य छात्रों को संदेश देते हुए कहा, असफलता से घबराएं नहीं, निरंतर मेहनत और मजबूत इच्छाशक्ति से सफलता निश्चित है।
निलिमा की इस उपलब्धि से पूरे बीरपुर गांव में उत्सव का माहौल है और लोग इसे एक नई शुरुआत के रूप में देख रहे हैं। ग्रामीणों को उम्मीद है कि आने वाले समय में गांव से कई और ‘निलिमा’ निकलेंगी।