उत्तर भारत में बर्फबारी और बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त, सैलानी और यातायात पूरी तरह से प्रभावित,10 हजार सैलानियों को निकाला गया सुरक्षित

दिल्ली। उत्तर भारत के पश्चिमी हिमालय राज्यों में बाहरी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में रिकॉर्ड बारिश से जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
जम्मू कश्मीर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ की मोटी परत बच गई है जिससे प्रमुख सड़के और राजमार्ग बंद हो गए हैं हजारों पर्यटक इन रास्तों में फंसे हुए हैं अब तक 10000 से अधिक सैलानियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।

मौसम का प्रभाव

दिल्ली और एनसीआर में भी बारिश ने ठंड बढ़ा दी है शनिवार को राजधानी में 24 घंटे के भीतर 41.02 मिमी बारिश दर्ज की गई जो पिछले 101 वर्षों में दिसंबर माह की 1 दिन में सबसे अधिक है। मौसम विभाग ने अगले आने वाले दिनों में और ठंड बढ़ने की चेतावनी दी है। दिल्ली का न्यूनतम तापमान 12.7 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि एनसीआर उत्तर प्रदेश हरियाणा राजस्थान मध्य प्रदेश में भी पारा तेजी से गिरा है ।रविवार को तापमान 2 – 3 डिग्री तक रहा और गिरने की संभावना है।

हिमालयी राज्यों में स्थिति विकट

जम्मू कश्मीर में गुलमर्ग ,सोनमर्ग और पहलगाम समेत कई इलाकों में डेढ़ फीट तक बर्फबारी हुई है ।श्रीनगर जम्मू और श्रीनगर लेह राजमार्ग बंद होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। श्रीनगर हवाई अड्डे पर सभी उड़ाने रद्द कर दी ,गई जबकि बनीहाल- बारामूला खंड पर ट्रेनें रोकी गई। हिमाचल के रोहतांग दर्रे में 5 फीट बर्फबारी दर्ज की गई ,जिससे अटल टनल और अन्य इलाकों में यातायात ठप हो गया।

सेना ने बचाव कार्य संभाला

सेना ने गुलमर्ग में फंसे 68 पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला। वहीं, श्रीनगर-सोनमर्ग हाईवे पर फंसे सैलानियों को स्थानीय मस्जिदों में ठहराया गया। हिमाचल में मनाली पुलिस ने सोलंगनाला क्षेत्र में 10000 से अधिक सैलानियों को सुरक्षित मनाली पहुंचाया ।

खेती पर प्रभाव और सलाह

लगातार बारिश और नामी ने किसानों के लिए चुनौतियां खड़ी कर दी है भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा ने किसानों को फसलों की ओर बढ़ाने की लिए सलाह जारी की है । गेहूं की फसल को बड़ी से फायदा हो सकता है लेकिन सब्जियों और सरसों की फसलों को नुकसान पहुंचाने का खतरा है ।किसानों को फसलों में सिंचाई और छिड़काव से बचने की सलाह दी गई है। सरसों की फसल में सफेद रतुआ रोग का निगरानी और प्याज की रोपाई में गोबर खाद का प्रयोग करने की सलाह दी गई है।

आगे की चेतावनी

मौसम विभाग ने उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में और अधिक बर्फबारी की संभावना जताई है ।जबकि मैदानी क्षेत्रों में घने कोहरे और बारिश के साथ ठंड और बढ़ सकती है। सर्दी और खराब मौसम के चलते लोगों को सतर्क रहने की अपील की गई है।

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