हाथोर समाचार , सरगुजा ।
महादेव सट्टा ऐप से जुड़े एक बड़े रैकेट का सनसनीखेज खुलासा अंबिकापुर में हुआ है। वायरल हो रहे एक वीडियो ने पुलिस महकमे समेत पूरे प्रशासन को हिला कर रख दिया है। वीडियो में सत्यम केसरी नामक एक युवक ने दावा किया है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संचालित महादेव सट्टा नेटवर्क की जड़ें अंबिकापुर शहर में भी फैली हुई हैं, जिसमें पुलिसकर्मी तक शामिल हैं।

48 लाख के मुनाफे और जान से मारने की धमकी का दावा
सत्तीपारा निवासी सत्यम केसरी ने अपने बयान में बताया कि शहर के गाड़ाघाट इलाके में किराए के एक मकान में तकनीकी उपकरणों और वाई-फाई के माध्यम से ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा संचालित किया जा रहा था। इसके पीछे मुख्य सटोरिया अमित मिश्रा और पुलिस आरक्षक प्रवीण सिंह का नाम लिया गया है।
सत्यम ने आरोप लगाया कि महज एक महीने में प्रवीण सिंह ने इस सट्टा रैकेट से 48 लाख रुपये का मुनाफा कमाया। जब सत्यम ने इस अवैध गतिविधि से दूरी बनानी चाही, तो उसे दुबई कनेक्शन का हवाला देते हुए जान से मारने की धमकी दी गई।
पुलिस विभाग पर सवालिया निशान, जांच शुरू
वीडियो के वायरल होते ही महकमे में हलचल मच गई। सरगुजा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लो ने बयान जारी कर कहा, “मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
प्रदेश भर में चर्चा का विषय
इस प्रकरण ने न केवल अंबिकापुर बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है। आमजन का सवाल है कि क्या पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा दिलाएगी या फिर सट्टा नेटवर्क और वर्दी के गठजोड़ को बचाने की कोशिश की जाएगी। फिलहाल मामला जांच के अधीन है और आगे की कार्रवाई पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हुई हैं।