Journalist Mukesh Chandrakar Murder:छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस जघन्य अपराध ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। मामले में मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का दावा है कि हत्या की साजिश बेहद सुनियोजित तरीके से रची गई थी।

1 जनवरी 2025 की रात करीब 8:30 बजे मुकेश चंद्राकर अचानक घर से लापता हो गए। उनके बड़े भाई ने 2 जनवरी को बीजापुर कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने उनकी तलाश के लिए एएसपी यूलैंडन यार्क के नेतृत्व में तीन टीमों का गठन किया।
मुकेश का अंतिम लोकेशन चट्टानपारा में सुरेश चंद्राकर के बाड़े का पाया गया। 3 जनवरी को पुलिस ने वहां जांच के दौरान सेप्टिक टैंक को खोला, जहां से मुकेश का शव मिला। शव पर कई गहरी चोटों के निशान थे, जो लोहे की रॉड जैसे हथियार से किए गए प्रतीत होते हैं।
पूछताछ में पता चला कि मुकेश और उनके रिश्तेदार रितेश चंद्राकर के बीच पारिवारिक मुद्दों पर बहस हुई थी। रितेश ने बाड़े में मौजूद सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके के साथ मिलकर मुकेश की हत्या कर दी। घटना के बाद शव को सेप्टिक टैंक में डालकर सीमेंट फ्लोरिंग कर दी गई।
आरोपियों की गिरफ्तारी
रितेश चंद्राकर- रायपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार।
महेंद्र रामटेके और दिनेश चंद्राकर- बीजापुर से गिरफ्तार।
सुरेश चंद्राकर- हैदराबाद से गिरफ्तार।
हत्या के आरोपियों से पूछताछ में घटना में इस्तेमाल हथियार और अन्य सबूतों की बरामदगी के प्रयास जारी हैं। पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है।
सामाजिक और पत्रकारिता जगत में आक्रोश
इस घटना ने पत्रकारिता जगत और सामाजिक क्षेत्रों में गहरा आक्रोश पैदा किया है। मुकेश चंद्राकर की हत्या को लेकर क्षेत्र में सुरक्षा पर सवाल उठे हैं। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी और मामले की तह तक जाकर न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।
इस घटना ने फिर से साबित किया है कि निष्पक्ष पत्रकारिता के रास्ते में कई चुनौतियां हैं। मामले की जांच अभी जारी है।