बिट्टू सिहं राजपूत ,सरगुजा। जिले के अंबिकापुर शहर के समीप वन भूमि पर काबिज लोगों को हटाने की कवायद तेज हो गई है। राज्य के वन मंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर रिजर्व फॉरेस्ट और अन्य वन क्षेत्रों में हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं।
जानकारी के अनुसार, प्रशासन ने अतिक्रमणकारियों को पहले ही नोटिस जारी कर दिया था। 60 घरों को 3 दिनों के भीतर स्वयं अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया था, जबकि कुल 117 घरों को नोटिस जारी किया गया। प्रशासन का कहना है कि नोटिस की अवधि समाप्त हो चुकी है और अब बिना किसी देरी के कार्रवाई की जाएगी।
अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारी की है। सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल और वन विभाग के अधिकारी कार्रवाई के दौरान मौजूद है। अतिक्रमण हटाने की इस प्रक्रिया में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अतिक्रमणकारियों ने लंबे समय से वन भूमि पर कब्जा कर रखा है, जिससे क्षेत्र के पर्यावरण और वन्य जीवों को भारी नुकसान हो रहा है। इस कार्रवाई का उद्देश्य न केवल वन भूमि को पुनः संरक्षित करना है, बल्कि स्थानीय पर्यावरण संतुलन को बनाए रखना भी है।
प्रशासन का कहना है कि अतिक्रमण हटाने की इस प्रक्रिया में सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है। प्रभावित परिवारों को उनके पुनर्वास के लिए भी उचित कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे कार्रवाई में सहयोग करें और कानून-व्यवस्था बनाए रखें।
उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र में अतिक्रमण लंबे समय से एक बड़ी समस्या रही है। वन विभाग और प्रशासन की इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। हालांकि, पर्यावरणविद और जागरूक नागरिक इस कदम को सराहनीय मानते हैं।