Bihar News: बिहार के वैशाली जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक पूर्व शिक्षक ने मातृत्व अवकाश के लिए आवेदन किया और स्वीकृत मिलने के बाद एक सप्ताह की छुट्टी पर चला गया ।इस घटना ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी ,जब ई- शिक्षा कोष पोर्टल से जुड़ी इस मामले का स्क्रीनशॉट वायरल हो गया । इसके बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया और शिक्षक जितेंद्र कुमार सिंह और हेड मास्टर शत्रुघन कुमार रवि को निलंबित कर दिया।
कैसे हुआ खुलासा
ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर हेड मास्टर की आईडी से मातृत्व अवकाश का आवेदन दर्ज किया गया था ।जांच पता चला कि शिक्षक ने गलत तरीके से अवकाश लिया और स्कूल से गायब रहे। जिला शिक्षा पदाधिकारी वीरेंद्र नारायण ने बताया कि स्पष्टीकरण में दोनों का जवाब असंतोषजनक पाया गया इसके बाद शिक्षक और हेडमास्टर पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित किया गया है।
सोशल मीडिया पर हंगामा
यह मामला तब चर्चा में आया जब पोर्टल के उपयोगकर्ताओं ने अवकाश स्वीकृत का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर किया लोगों ने इसे लेकर सवाल उठाए। जिससे शिक्षा विभाग की किरकिरी हुई। विभाग ने से तकनीकी त्रुटि बताया और कहा कि से जल्द ठीक कर लिया जाएगा।
जांच में मिले कई अनियमितता
बिहार के महुआ प्रखंड की प्रभारी शिक्षा अधिकारी अर्चना कुमारी ने माना कि आवेदन फार्म में गलत प्रविष्टि के का मामला है ।उन्होंने बताया कि केवल महिलाओं को मातृत्व अवकाश मिलता है ,जबकि पुरुषों को पितृत्व अवकाश दिया जाता है। इसके साथ ही कुछ शिक्षकों ने शिकायत कि की उनके आकस्मिक अवकाश के बजाय अर्जित अवकाश काटे गए।
तकनीकी खराबी या लापरवाही
यह घटना केवल एक तकनीकी खराबी का परिणाम है या प्रशासनिक लापरवाही का मामला यह अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। लेकिन इस घटना ने अवकाश प्रबंधन और पोर्टल के संचालन में पारदर्शिता की गंभीरता को उजागर किया है।