सेहत। कुछ राज्यों में मानसून का आगाज हो चुका है। बारिश का मौसम बहुत सुहाना होता है, लेकिन इस दौरान बच्चों की सेहत का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। इस मौसम में कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, खासकर मच्छर से फैलने वाले रोग जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और वायरल फीवर, सर्दी-जुकाम आदि। ऐसे में बच्चों की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होनी चाहिए ताकि वे बीमारियों से बचे रहें।
इम्यूनिटी क्या होती है?
इम्यूनिटी का मतलब है शरीर की वह क्षमता जो उसे बीमारियों और संक्रमणों से लड़ने में मदद करती है। यह शरीर की सुरक्षा कवच की तरह होती है, जो वायरस, बैक्टीरिया और अन्य हानिकारक जीवों से हमें बचाती है। इसलिए बच्चों की इम्यूनिटी को मजबूत रखना बहुत जरूरी होता है। आप अपने बच्चों की इम्यूनिटी को चार सरल तरीकों से बढ़ा सकते हैं। ये तरीके नेचुरल हैं और बच्चों की सेहत के लिए बिल्कुल सुरक्षित भी।

हल्दी (Turmeric)
हल्दी एक ऐसा मसाला है जिसे रोजाना खाना पकाने में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और सूजन कम करने वाले गुण होते हैं। हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और संक्रमण से बचाता है। आप हल्दी को बच्चों के खाने में शामिल कर सकते हैं।

ब्रोकली
ब्रोकली विटामिन सी और शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यह बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। बच्चों को सब्जियों में ब्रोकली जरूर खिलाएं।
खट्टे फल
संतरा, नींबू, अमरूद जैसे खट्टे फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं। विटामिन सी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है और शरीर को बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार करता है। रोजाना बच्चों को मौसमी खट्टे फल खिलाएं।
विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ
विटामिन डी हड्डियों के लिए जरूरी होने के साथ-साथ इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मदद करता है। इसे पाने का सबसे अच्छा तरीका है सुबह की धूप लेना। इसके अलावा दूध, दही, अंडा, पनीर और मशरूम विटामिन डी के अच्छे स्रोत हैं। बच्चों को ये फूड आइटम जरूर दें।

नोट: यह जानकारी केवल सामान्य ज्ञान के लिए है। किसी भी दवा या इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें। एनबीटी इस लेख की सटीकता और प्रभाव के लिए जिम्मेदार नहीं है।
इस तरह आप अपने बच्चों की इम्यूनिटी को नेचुरल तरीके से मजबूत कर सकते हैं और उन्हें मानसून में होने वाली बीमारियों से बचा सकते हैं।