भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून ने जोरदार दस्तक दी है और प्रदेश के अधिकांश हिस्से इन दिनों झमाझम बारिश से तरबतर हैं। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से एक ओर जहां किसान खुश हैं, वहीं आम जनजीवन पर इसका प्रतिकूल असर देखने को मिल रहा है। प्रदेश में कई जगहों पर जलभराव, यातायात अवरोध और बिजली आपूर्ति में बाधाएं सामने आई हैं।

राज्य के मौसम विभाग ने ताजा चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि मानसून का स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय हो गया है। आगामी 24 से 48 घंटे के दौरान मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। राजधानी भोपाल में मंगलवार सुबह से ही तेज बारिश का सिलसिला जारी है। बीते 24 घंटों में भोपाल समेत 25 जिलों में झमाझम बारिश हुई, जिससे सड़कों पर जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई।
मौसम विभाग के अनुसार, बालाघाट में सबसे अधिक 2 इंच बारिश दर्ज की गई है। सीधी में सवा इंच, शिवपुरी और शिवानी में 1 इंच, बैतूल और शिवपुरी मंडल में करीब पौने इंच और पचमढ़ी, छिंदवाड़ा तथा नरसिंहपुर में आधे इंच के आसपास वर्षा हुई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि मानसूनी ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते अगले कुछ दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा। विभाग ने नीमच, मंदसौर, विदिशा, रायसेन, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, डिंडोरी और बालाघाट जिलों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि शेष जिलों के लिए येलो अलर्ट के तहत सतर्क रहने की अपील की गई है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और निचले इलाकों में रहने वाले लोग सतर्क रहें।