छपरा के एक छोटे से गांव के दो भाइयों ने अपनी मेहनत और लगन से अपने परिवार और गांव का नाम रोशन किया. उनकी मां जो सिलाई का काम करती थीं, का सपना था कि उनके बच्चे पढ़-लिखकर एक ऊंचा मुकाम हासिल करें. दोनों भाइयों ने अपनी मां के संघर्ष को अपनी ताकत बनाया और पढ़ाई पर पूरा ध्यान दिया. उन्होंने भारतीय सेना में अफसर बनने का सपना देखा और कड़ी मेहनत की. आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और दोनों भाई भारतीय सेना में ऑफिसर बन गए. यह कहानी है अमनौर प्रखंड के मदारपुर पंचायत के लहेर गांव के मुकेश कुमार राय और अभिषेक कुणाल की.
कपड़े सिलकर मां ने पूरे किए सपने, बेटा बना ऑर्मी में लेफ्टिनेंट, जानें पूरी कहानी
By Newsdesk