रायपुर।नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण को लेकर कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों पर भाजपा ने जोरदार पलटवार किया है। उप मुख्यमंत्री अरुण साव, मंत्री टंकराम वर्मा, लक्ष्मी राजवाड़े, और प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में कांग्रेस पर भ्रम फैलाने और ओबीसी वर्ग के बीच राजनीति करने का आरोप लगाया।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस की राजनीति तीन स्तंभों—भय, भ्रम, और भ्रष्टाचार—पर आधारित है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस हमेशा से ही आरक्षण विरोधी रही है और अब ओबीसी वर्ग के नाम पर राजनीति कर रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा संविधान के मुताबिक सभी को आरक्षण दे रही है और ओबीसी वर्ग को पर्याप्त से अधिक सम्मान प्रदान करेगी।
अरुण साव ने बताया कि राज्य में 33 जिला पंचायतें हैं, जिनमें सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार अधिकतम 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जा सकता है। इनमें से 16 जिला पंचायतें अधिसूचित क्षेत्रों में हैं, जहां अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए सीटें आरक्षित की गई हैं। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के लिए भी 13 प्रतिशत आरक्षण के तहत चार सीटें आरक्षित की गई हैं। इस व्यवस्था के चलते 33 पदों में 20 सीटें आरक्षित हो चुकी हैं, जिससे ओबीसी आरक्षित सीटों का स्थान सीमित हो जाता है।
भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह झूठ और भ्रम फैलाने में जुटी हुई है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ओबीसी वर्ग को जनपद अध्यक्ष, ग्राम पंचायत सरपंच, और जिला पंचायत सदस्य स्तर पर आरक्षण दिया गया है, लेकिन कांग्रेस इस मुद्दे पर बवाल खड़ा कर रही है।
भाजपा ने यह भी आश्वासन दिया कि चुनाव के बाद ओबीसी वर्ग का प्रतिनिधित्व पहले से अधिक होगा और पार्टी कानून सम्मत प्रक्रिया का पालन करते हुए सभी वर्गों को उचित सम्मान प्रदान करेगी।