नई दिल्ली। लोकप्रिय मारुति 800 की शुरुआत के साथ भारत के कार बाजार में क्रांति लाने वाले ओसामु सुजुकी का 25 दिसंबर को 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया। जापान की सुजुकी मोटर कार्पोरेशन द्वारा शुक्रवार को साझा की गई जानकारी में कहा गया है कि वह लिंफोमा से पीड़ित थे।
आर्थिक उदारीकरण से पहले उठाया था जोखिम
सुजुकी ने 1981 में तत्कालीन भारतीय सरकार के साथ साझेदारी कर एक संयुक्त उद्यम मारुति उद्योग लिमिटेड बनाने का जोखिम उठाया था। उन्होंने उस समय निवेश का जोखिम उठाया था, जब उदारीकरण नहीं था। उन्होंने भारत पर भरोसा जताते हुए भारी निवेश किया। उस समय लाइसेंस व्यवस्था के तहत भारत एक बंद अर्थव्यवस्था थी।
40 वर्षों तक सुजुकी मोटर कॉर्प का किया नेतृत्व
ओसामु ने 40 से अधिक वर्षों तक सुजुकी मोटर कॉर्प का नेतृत्व किया और अपनी दूरदर्शिता के साथ ऑटो उद्योग को नई दिशा दी। उन्होंने लाखों भारतीय परिवारों के किफायती चार पहिया वाहन के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओसामु सुजुकी के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि उनके नेतृत्व में सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन एक वैश्विक पावर हाउस बन गया, जिसने चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया और नवाचार और विस्तार को आगे बढ़ाया। उन्हें भारत से गहरा लगाव था और मारुति के साथ उनके सहयोग ने भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में क्रांति ला दी। उनके परिवार, सहकर्मियों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति हार्दिक संवेदना।