दैनिक हाथोर समाचार,प्रतापपुर। प्रतापपुर अंबिकापुर मार्ग पर स्थित जगन्नाथपुर खुली खदान के कारण बने कोयले के कीचड़ और अव्यवस्थित हालात से परेशान होकर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अनोखे अंदाज में विरोध जताने का फैसला किया है। कार्यकर्ताओं ने अनुविभाग स्तरीय जनदर्शन में आवेदन देकर खदान के मुख्य द्वार के सामने बने कीचड़ में कबड्डी प्रतियोगिता कराने की अनुमति मांगी है।

शक्कर कारखाना के सामने पंपापुर केरता के पास स्थित खदान के मुख्य द्वार से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक कोयला ढोते हैं। इनसे गिरे कोयले और पहियों में अटके अवशेष मार्ग पर जमा होकर कभी धूल तो कभी कीचड़ का रूप ले लेते हैं। गर्मी में जहां धूल राहगीरों के लिए आंखों और सांसों की समस्या बन जाती है, वहीं बरसात में यह कीचड़ जानलेवा फिसलन और दुर्घटनाओं की वजह बनता है। स्कूली बच्चों समेत आम राहगीर रोजाना बड़ी मुश्किल से इस मार्ग से गुजरते हैं।
सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि ट्रकों की अनियंत्रित पार्किंग और खदान प्रबंधन की लापरवाही से स्थिति लगातार बिगड़ रही है। इसके बावजूद न तो एसईसीएल प्रबंधन और न ही प्रशासन कोई ठोस कदम उठा रहा है।
प्रतापपुर के सामाजिक कार्यकर्ता राकेश मित्तल, दीपकचंद मित्तल और जिशान खान ने बताया कि एसईसीएल की मनमानी और प्रशासनिक उदासीनता के खिलाफ कबड्डी प्रतियोगिता एक प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन होगा। उनका कहना है कि प्रतियोगिता के लिए टीमें गठित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और उम्मीद है कि प्रशासन से अनुमति मिल जाएगी। प्रतियोगिता के दौरान कोल परिवहन भी प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है।
पीडब्ल्यूडी सड़क पर एसईसीएल का कब्जा
प्रतापपुर से अंबिकापुर मार्ग का यह हिस्सा पीडब्ल्यूडी के अधीन है, लेकिन हालात देखकर लगता है कि इस पर एसईसीएल ने कब्जा जमा लिया है। ट्रकों की कतारें और जमा कीचड़ यह संकेत देता है कि सड़क अब केवल कोयला परिवहन के लिए रह गई है, जबकि आमजन के लिए यह परेशानी का सबब बन गई है।