कांकेर। छत्तीसगढ़ की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के कांकेर जिले के औचक दौरे में एक आंगनवाड़ी केंद्र में गंभीर अनियमितता सामने आई। चारामा के दरगहन क्रमांक 01 आंगनवाड़ी केंद्र में 16 बच्चों की उपस्थिति दर्ज थी, लेकिन निरीक्षण के दौरान केवल 2 बच्चे ही मौजूद मिले। इस लापरवाही पर नाराज मंत्री ने सेक्टर पर्यवेक्षक हर्षलता जेकब को तत्काल निलंबित कर दिया।

बता दें कि मंत्री ने सुबह 9.45 बजे केंद्र का निरीक्षण किया।
पोषण ट्रैकर ऐप में सभी 16 बच्चों को उपस्थित दिखाकर गर्म भोजन वितरण का दावा किया गया था, जो गलत पाया गया। केंद्र में साफ-सफाई, रेडी-टू-ईट फूड का रख-रखाव और बच्चों के बैठने की व्यवस्था भी असंतोषजनक थी। निरीक्षण पंजी से पता चला कि हर्षलता जेकब ने पिछले तीन महीनों में केंद्र का कोई निरीक्षण नहीं किया और न ही कोई टीप दर्ज की। हर्षलता जेकब पर कार्यकर्ताओं को पोषण ट्रैकर ऐप के लिए मार्गदर्शन न देने और मॉनिटरिंग में लापरवाही का आरोप है।
निलंबन आदेश में छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 और वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील नियम 1966 के उल्लंघन का हवाला दिया गया है। मंत्री ने लापरवाह कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई और सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। इस दौरे में महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक भी मौजूद थे।