सरगुजा सांसद ने कड़कड़ाती ठंड के बीच झोपड़ी में बिताई रात…पहाड़ पर बसा है सूरजपुर का यह आखिरी गांव..!

बिट्टू सिहं राजपूत ,सूरजपुर। मंगलवार की शाम सरगुजा सांसद चिंतामणि महराज ने लूल्ह गांव का दौरा किया। यह गांव पहाड़ पर स्थित है और लंबे समय से विकास से वंचित है।चिंतामणि महराज ने यहां की कड़कड़ाती ठंड में एक झोपड़ी में रात बिताई और अगले दिन ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने ग्रामीणों को विकास कार्यों का भरोसा दिलाया और कहा कि वे उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए प्रयास करेंगे। 

पहली बार रात में रुके सरगुजा सांसद

इसी झोपड़ी में रुके थे सरगुजा सांसद

चिंतामणि महराज सरगुजा के पहले सांसद हैं जिन्होंने पहाड़ के ऊपर बसे गांव में रात बिताई। वे मंगलवार शाम को बैजनपाठ होते हुए लूल्ह पहुंचे। वन विभाग ने उनके ठहरने के लिए झोपड़ी का इंतजाम किया था। ठंड के बावजूद उन्होंने ग्रामीणों के बीच समय बिताया और उनकी परिस्थितियों को समझने की कोशिश की। 

ग्रामीणों से संवाद और समस्याओं की सूची

ग्रामीणों के साथ सांसद सरगुजा

बुधवार सुबह बड़ी संख्या में आसपास के गांवों के लोग सांसद से मिलने पहुंचे। सरपंच फुलसाय पण्डो ने विकास कार्यों के लिए एक लंबी मांग-पत्र प्रस्तुत किया। इसमें सड़क निर्माण, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, बिजली, और आधार कार्ड जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग की गई। सांसद ने उनकी मांगों को सुनने के बाद कहा कि इन गांवों की स्थिति बेहद कठिन है और यहां विकास कार्यों की तत्काल आवश्यकता है। 

विकास का भरोसा और पहल

महराज ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वे इन मांगों को संबंधित अधिकारियों और सरकार तक पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि पहाड़ के गांवों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सड़क, बांध, और अन्य निर्माण कार्य किए जाएंगे। इसके लिए वन विभाग के अधिकारियों से भी बातचीत होगी। उन्होंने ग्रामीणों के बच्चों को चॉकलेट और बिस्किट बांटकर उनका हौसला बढ़ाया। 

आधार और आयुष्मान कार्ड के शिविर का निर्देश

जंगल पहाड़ पर बसा लूल्ह गांव

सांसद ने बताया कि लूल्ह जैसे गांवों में आज भी लोगों के पास आधार और आयुष्मान कार्ड जैसी सुविधाएं नहीं हैं। उन्होंने इन कार्यों के लिए शिविर लगाने का निर्देश दिया। 

ग्रामीणों को विकास की आस

खोहीर पंचायत के आश्रित गांव लुल्ह

आजादी के इतने साल बाद भी पहाड़ के ऊपर बसे गांवों तक विकास की रोशनी नहीं पहुंची है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि सांसद चिंतामणि महराज के दौरे से उनके गांवों तक सड़क, बिजली, और शिक्षा जैसी सुविधाएं पहुंचेंगी। 

तकलीफ होती है यह देखकर – चिंतामणि महराज

तीर कमान के साथ सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज

दौरे के बाद सांसद ने कहा, “यह देखकर तकलीफ होती है कि हमारे आदिवासी भाई इतनी कठिन परिस्थितियों में जी रहे हैं। आज भी यहां आधार कार्ड और स्वास्थ्य सेवाएं नहीं हैं। मैंने समस्याओं को न केवल देखा बल्कि महसूस किया है। विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव कोशिश करूंगा।” 

ग्रामीणों की उम्मीदें

लूल्ह के ग्रामीणों के साथ सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज

ग्रामीणों का मानना है कि सरगुजा सांसद का यह दौरा केवल औपचारिकता नहीं था। उन्हें विश्वास है कि अब उनके गांव भी विकास की मुख्यधारा से जुड़ेंगा और उनकी समस्याओं का समाधान होगा।

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