संवाददाता◆ हाथोर समाचार
अम्बिकापुर। सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र में एक सप्ताह से लापता ग्रामीण की लाश एक कुएं में सड़ी-गली हालत में मिली है। शव की स्थिति और उससे जुड़ा रहस्यमयी पहलू लुंगी में बंधा भारी पत्थर इस मौत को संदेह के घेरे में ले आया है। जहां एक ओर गांव में हत्या की आशंका तेज हो गई है, वहीं पुलिस फिलहाल इसे आत्महत्या या हत्या, दोनों एंगल से जांच रही है।

मृतक की पहचान 60 वर्षीय निरंजन किंडो, पिता स्व. छंदू किंडो, निवासी ग्राम उलकिया सिकटापारा के रूप में हुई है। वह 12 जुलाई से लापता था। परिजनों ने रिश्तेदारी और आस-पास के इलाकों में काफी खोजबीन की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो उन्होंने 17 जुलाई को सीतापुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
इस बीच ग्राम बनेया के पूर्व सरपंच जेम्स टोप्पो को अपने खेत में बने कुएं में एक सड़ी-गली लाश तैरती हुई नजर आई। उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला गया।
शव की पहचान निरंजन किंडो के रूप में हुई, लेकिन जब शव के शरीर से पत्थर बंधी लुंगी को देखा गया तो मामला संदिग्ध हो गया। इससे हत्या की आशंका और भी गहराने लगी। लाश की हालत काफी खराब होने के कारण पुलिस ने मौके पर ही डॉक्टर की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराया और फिर शव को परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।
जांच में जुटी पुलिस
सीतापुर थाना के उपनिरीक्षक रघुनाथ भगत ने बताया कि मृतक की मानसिक स्थिति पहले से ठीक नहीं थी। वह अक्सर बिना बताए घर से निकल जाया करता था। घटना के दिन भी वह बिना किसी को बताए घर से चला गया था और फिर उसका शव एक सप्ताह बाद कुएं में मिला।
फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले को हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल से जांच रही है।