मुंबई. अपनी नई नौकरी के पहले ही दिन घर से एक 20 साल की लड़की खुशी से भरकर निकली. अपना काम पूरा करके वो घर लौटने की हड़बड़ी में थी. मगर उसे क्या पता था कि ये उसका आखिरी दिन था. वापस लौट रही 20 साल की आफरीन शाह की कुर्ला में बेस्ट बस एक्सीडेंट में मौत हो गई. सोमवार रात कुर्ला (पश्चिम) में एसजी बारवे रोड पर बेस्ट की एक बस ने कई लोगों को कुचल दिया. जिनमें सात लोगों की जान चली गई और 42 लोग घायल हो गए. आफरीन शाह के पिता अब्दुल सलीम शाह की अपनी बेटी से आखिरी बार बातचीत तब हुई जब वह एक निजी कंपनी में काम का अपना पहला दिन पूरा करने के बाद घर लौटने के लिए ऑटोरिक्शा लेने की कोशिश कर रही थी.अब्दुल सलीम शाह ने अपनी बेटी को सुझाव दिया कि आफरीन को ऑटोरिक्शा खोजने के लिए हाईवे की ओर चलना चाहिए. यह उनकी आखिरी बातचीत साबित हुई. उन्होंने कहा कि नई कंपनी में काम पर उसका यह पहला दिन था. काम के बाद वह कुर्ला रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां से उसने मुझे रात 9.09 बजे फोन करके बताया कि उसे शिवाजी नगर के लिए ऑटोरिक्शा नहीं मिल रहा है. शाह ने कहा कि मैंने उसे हाईवे की ओर चलने और ऑटोरिक्शा लेने के लिए कहा.
भाभा अस्पताल से आया कॉल
अब्दुल सलीम शाह ने कहा कि लेकिन रात 9.54 बजे मुझे मेरी बेटी के फोन से कॉल आया और वो भाभा अस्पताल के एक कर्मचारी का था. शाह जल्दी से अस्पताल पहुंचे, जहां उन्हें कैजुअल्टी वार्ड में आफरीन का शव मिला. दुखी पिता ने कहा कि यह काम पर उसका पहला दिन था, और अब मैं अपनी बेटी को कभी वापस नहीं पाऊंगा. शाह ने कहा कि सरकार को ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कुछ कदम उठाने चाहिए.
लोग सड़क पर चलने में असमर्थ
उन्होंने कहा कि इलाके के लोग सड़क पर चलने में असमर्थ हैं. इतने सालों से स्थिति नहीं बदली है. अवैध पार्किंग, फेरी, मेट्रो रेल के काम और अन्य अवैध गतिविधियों के कारण यह जगह भीड़भाड़ वाली है. लोग चलने में असमर्थ हैं, और कई लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है. सरकार को इन मुद्दों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. गौरतलब है कि पुलिस ने बस चालक को गिरफ्तार कर लिया और उस पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया है.