बिट्टू सिहं राजपूत , अंबिकापुर।प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नगर पालिक निगम अंबिकापुर के वार्ड नंबर 13 झंझटपारा और वार्ड नंबर 06 खालपारा की स्लम बस्तियों में हुए बदलाव ने गरीब परिवारों की जिंदगी को नया मोड़ दिया है। कभी झुग्गी-झोपड़ियों और कच्चे मकानों से घिरी इन बस्तियों में आज पक्के और सुविधाजनक आवासों ने जगह ले ली है।
इस योजना का लाभ उठाने वाले परिवारों का कहना है कि पहले उनके घर इतने जर्जर थे कि रिश्तेदार और दोस्त घर आने से कतराते थे। बारिश के दिनों में दीवारें गिरने का डर और बच्चों के बीमार पड़ने की समस्या आम थी। लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना ने उनकी जिंदगी को नई रोशनी दी है।

झंझटपारा और खालपारा की स्लम बस्तियों में कुल 112 आवासों की स्वीकृति मिली थी, जिनमें से 95 आवास बनकर तैयार हो चुके हैं, जबकि शेष 17 आवास निर्माणाधीन हैं। इन मकानों में शौचालय, बिजली, पानी जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं मौजूद हैं। यहां के निवासी अब गर्व के साथ अपने घर में मेहमानों को बुला सकते हैं।
बच्चों और युवाओं का भविष्य उज्ज्वल
इन पक्के मकानों में रह रहे परिवारों के बच्चों को अब पढ़ाई के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण मिल रहा है। युवाओं के लिए विवाह संबंध अच्छे परिवारों से आने लगे हैं।
मोर जमीन मोर मकान योजना का योगदान
अंबिकापुर निकाय क्षेत्र में “मोर जमीन मोर मकान” योजना के तहत 5266 आवास स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 4000 आवास पूर्ण हो चुके हैं और 1266 आवास निर्माणाधीन हैं।

प्रधानमंत्री आवास योजना ने न केवल गरीबों को छत प्रदान की है, बल्कि उन्हें आत्मसम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा भी दी है। यह योजना उन लाखों लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है, जो वर्षों से अपने पक्के घर का सपना देख रहे थे।