सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक ओर जहां जिले में राज्यपाल का आगमन था तो वहीं दूसरी ओर अपनी जमीन बचाने को लेकर प्रशासन के खिलाफ पण्डो समाज के लोग एनएच-43 में विरोध प्रदर्शन कर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने की मांग कर रहे थे।
दरअसल आज जहां राज्यपाल का सूरजपुर दौरा था, वही दूसरी ओर राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहें जाने वाले पण्डो जनजाति के लोग साल 1953-53 में राष्ट्रपति के द्वारा बसायें गये जमीनों पर कब्जे को लेकर विरोध कर रहे थे।
पण्डो जनजाति के लोगों ने कहा कि हमें बसाई गई जमीनों को प्रायवेट फर्मों को दिया जा रहा है जबकि आधी जमीनों का हमे पट्टा भी नहीं दिया गया है, वही अब भारत पेट्रोलियम को गैस गोदाम बनाने के लिए पांच एकड़ जमीन को दिया जा रहा है जिसका हम विरोध कर रहे हैं जहां हमने कई बार इसकी शिकायत प्रशासन से की लेकिन हमारी समस्याओं को किसी ने नहीं सुना,,वही हमें पता चला कि आज राज्यपाल आ रहें हैं तो हम अपनी शिकायत उनसे दर्ज कराने सड़क पर उतरे हैं,हालांकि शांति पुर्ण तरीके से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने की बात है लेकिन राज्यपाल का काफिला नहीं रूका।
वही तहसीलदार को ज्ञापन सौंप आंदोलन को समाप्त किया गया। तहसीलदार ने कहा कि पण्डो जनजाति के लोग ज्ञापन सौंपे हैं उनकी मांगों को राज्यपाल को प्रेषित किया जाएगा। बहरहाल अब देखने वाली बात होगी कि कब तक इनकी मांगें पूरी होती है और कब तक इनको न्याय मिलता है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।