जगदलपुर:-बस्तर में मानसून का दौर अभी खत्म भी नहीं हुआ है कि इस दौरान जगदलपुर शहर और बस्तर में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. जनवरी से अब तक 40 से अधिक डेंगू पॉजिटिव जगदलपुर शहर की एक लाख की आबादी के अंदर पाए गए हैं. यह संक्रमण काफी तेजी से बढ़ भी रहा है. मुख्य रूप से शहरी क्षेत्र के मरीज डेंगू से पीड़ित हैं. जिन वार्डों में साफ सफाई और गदंगी पसरी है. वहां डेंगू के केस सबसे ज्यादा आ रहे हैं.
डेंगू के मरीजों की बढ़ रही संख्या:
डेंगू के बढ़ते केसों पर जिला स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. जिला टीकाकरण अधिकारी सीआर मैत्री ने बताया कि अभी तक 40 डेंगू के मरीज सामने आए हैं. जिसके बाद इलाके में सर्वे किया जा रहा है. मरीजों को चिन्हांकित के लिए स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड किट जांच टीम को तैनात किया गया है.शहर के 48 वार्डों में यह टीम सर्वे कर रही है. जिसमें कई घरों में लार्वा पाए जाने के मामले भी सामने आए हैं. विभाग का दावा है कि क्षेत्र को कॉन्टैमिनेट भी किया जा रहा है. जहां-जहां डेंगू के लार्वा पाए जाने की संभावना है.उन जगहों को साफ कर मच्छरों के पनपना की संभावना है खत्म की जा रही है.वार्डवासियों से मच्छरदानी लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है.मच्छरदानी का वितरण भी किया जा रहा है.वहीं जमा पानी को भी खाली किया जा रहा है.
हरकत में जगदलपुर नगर निगम प्रशासन:
जगदलपुर नगर निगम के स्वास्थ्य सभापति लक्ष्मण झा ने बताया कि पानी के जमाव के कारण डेंगू के लार्वा पनपते हैं. नगर निगम सफाई और जमा पानी को बाहर निकालने के लिए पूरा कार्य कर रही है. नगर निगम के 48 वार्डो में फॉगिंग मशीन जिससे मच्छरों को मारा जाता है.फॉगिंग मशीन से लगातार फॉगिंग की जा रही है. जहां जहां डेंगू के पोजेटिव मरीज मिल रहे हैं.उसके आसपास दवाई का छिड़काव किया जा रहा है. ताकि लार्वा नहीं पनप सकें.
जगदलपुर में लगातार बढ़ रहा डेंगू का प्रकोप:
जगदलपुर में साल 2022 में रिकॉर्ड 2041 मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए गए थे. इसके बाद वर्ष 2023 में 68 और वर्ष 2024 में 12 डेंगू के मरीज मिले थे. साल 2025 के शुरुआती महीने में ही एक साथ 40 मरीज सामने आए हैं. जिससे डेंगू के आउटब्रेक का खतरा मंडराने लगा है.