प्रतापपुर। छत्तीसगढ़ के तहसील कार्यालय में एसीबी द्वारा छापा मार कार्यवाही करते हुऐ तहसील के बाबू को एवं एक पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था प्राथी के कहने व बाबू के बयान के बाद भी तहसीलदार के ऊपर आज तक कोई कार्यवाही नही होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने आज एसडीएम को कलेक्टर के नाम ज्ञापन शॉप कर कार्रवाई की मांग एवं हटाने की मांग किए है।

सॉफ्टवेयर विज्ञापन में बताया कि तहसील कार्यालय प्रतापपुर में पदक तहसीलदार शालिग्राम गुप्ता के द्वारा प्रार्थी राजेंद्र बघेल जाति चीरवा के साथ हाथी क्षतिपूर्ति को लेकर तहसीलदार का बाबू ब्रिगमैन के माध्यम से ₹10000 का मांग किया था।
जिसे आवेदक के शिकायत पर एंटी करप्शन ब्यूरो के द्वारा रंगे हाथ पकड़ लिया गया रिश्वत लेते हुए ग्रामीण क्षेत्र के आदिवासियों के एवं भोले भाले जनता को परेशान कर आए दिन तहसीलदार शालिग्राम गुप्ता के द्वारा जन्मप्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, सीमांकर आदेश अन्य प्रकरणों में बिना रिश्वत लिए कोई भी हस्ताक्षर नहीं करता आए दिन रिश्वतखोरी की मांग करते रहते हैं तथा पटवारी के माध्यम से सीसीएल क्षेत्र कनक नगर मदन नगर के दस्तावेज जैसे मुआवजा प्रकरण में बिना रिश्वत के कोई भी कार्य नहीं करते जिसमें आम नागरिकों व किसने में भारी आक्रोश है।तथा कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है रिश्वत नहीं देने का वजह से फाइल को पेंडल में डाल दिया जाता है।

तहसीलदार शालिग्राम गुप्ता को तत्काल दो दिवस के भीतर हटाकर जांच करने की मांग की गई है नहीं तो तहसील कार्यालय प्रतापपुर का घेरा करने के लिए बाध्य होंगे ।क्षेत्र में लगातार किस तरह की कमीशन खोरी रिश्वतखोरी कोई नया बात नहीं है। दो लोगों को एंटी करप्शन ब्यूरो ने रंगे हाथ कुछ दिन पूर्व पड़ा इसके बाद भी आज तक तहसीलदार के ऊपर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने से आम जनता ग्रामीणों मेंआक्रोश है।
शासन प्रशासन की हो रही किरकिरी प्रतापपुर में इतना बड़ा मामला होने के बाद भी दो लोगों के ऊपर कार्यवाही कर अन्य दोषियों के विरोध अब तक कोई जांच कार्यवाही नहीं होने से साफ तौर पर यह दिखाई देता है कि शासन प्रशासन भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आगे नगमस्तक है। जहां रिश्वतखोर तहसील कार्यालय में बिना पैसा का कोई काम नहीं होता। और तहसीलदार के आड़ में मोहरा कोई और बनता है।
ग्रामीण एवं शिकायतकर्ता ने बताया कि ने बताया सालिक राम गुप्ता का पूर्व से रहा है विवादों से नाता इससे पूर्व में तहसीलदार की पोस्टिंग ओड़गी ब्लॉक में थी वह पर भी लोगो से अवैध वसूली से लेकर बिना पैसा लिए लोगो का काम न करना कई बार सिकायत हुई थी जिस पर मंत्री ने मामले में हस्तक्षेप कर तहसीलदार को वह से हटाया गया था।
तहसीलदार सालिक राम गुप्ता पूर्व से ही भर्ष्टाचार में लिप्त है लोगो ने बताया कि अपनी कार्यसेली से हर जगह यही हाल तहसीलदार का रहा है कहि भी ये अपने आदत से बाज नही आ रहा है अवैध वसूली करना इसका काम है।

आखिर किसके सह पर कर रहा खुलेआम वसूली तहसीलदार लोगो ने बताया कि तहसीलदार सालिक राम गुप्ता ओड़गी ब्लॉक में भी लोगो के अवैध वसूली कर लोगो का सोसन कर रहा था जिस पर वह भी विवाद की स्थिति निर्मित हो गयी थी ।
विधायक ने कहा तहसीलदार को हटाने मेरे द्वारा सूरजपुर कलेक्टर को लिखित में दिया जा चुका है पर समझ से परे है ऐसे अधिकारी को आज तक क्यो नही हटाया गया है ज्ञात हो की तहसीलदार का शिकायत स्थानीय नेताओं सहित विधायक के माध्यम से कई बार किया गया मगर जिला के कलेक्टर ईश् और ध्यान देना शायद उचित नहीं समझते, जिसके वजह से इनका मनोबल बढ़ा हुआ है और जिला प्रशासन की स्वस्थ रवैया के वजह से जांच कार्यवाही नहीं हो पाना विभागीय उदासीनता को दर्शाता है।
खुलेआम भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी में लिप्त अधिकारी रिश्वतखोरी का बंदर बाट कर खुलेआम रिश्वत ले रहे हैं। और कार्यवाही नहीं होने पर इनके हौसलेबुलंद है।
ज्ञापन सौंपने में शिवचरण बघेल जिला अध्यक्ष सूरजपुर, रुद्र प्रसाद बंछोर ब्लॉक अध्यक्ष प्रतापपुर, इंद्रपाल खमरिया, रामचंद्र माझी, जीतन सोनहा सचिव, भुनेश्वर सोनहा,राम प्यारे नागवंशी, राजेन्द्र बघेल, बालगोविन्द सोनहा, गिरिधर कुमार सुर्यवंशी, जवाहिर व बड़ी संख्या में चेरवा समाज के लोग उपस्थित रहे।