भास्करपारा में ग्रामीणों का प्रदर्शन, प्रकाश इंडस्ट्रीज पर फर्जी ग्राम सभा से खनन का आरोप ,भारी ब्लास्टिंग से घरों में दरारें, सात गांवों के लोग बोले- अब नहीं झेलेंगे कंपनी की मनमानी

बिट्टू सिंह राजपूत,सूरजपुर। जिले के भैयाथान क्षेत्र के भास्करपारा में संचालित प्रकाश इंडस्ट्रीज की कोल माइंस को लेकर ग्रामीणों का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों ने 23 अक्टूबर को एक बार फिर जोरदार प्रदर्शन किया और कंपनी पर फर्जी ग्राम सभा के प्रस्ताव के आधार पर अवैध उत्खनन करने का आरोप लगाया।

ग्रामीणों का कहना है कि प्रकाश इंडस्ट्रीज ने प्रभावित पंचायतों की ग्राम सभा के नाम पर जाली प्रस्ताव तैयार कर कोयला खनन शुरू किया है। भारी ब्लास्टिंग से आसपास के गांवों के घरों में दरारें पड़ रही हैं, पेयजल स्रोत सूख रहे हैं और खेतों की उपज पर भी असर पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी प्रभावशाली लोगों के संरक्षण में और कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से मनमानी कर रही है।

स्थानीय पंच और सरपंचों ने भी इस प्रस्ताव को फर्जी बताया है और कहा है कि उन्होंने किसी प्रकार की अनुमति नहीं दी है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि कंपनी के पास असली ग्राम सभा का प्रस्ताव है, तो उसे सार्वजनिक किया जाए, ताकि गांव के लोग सत्यता की पुष्टि कर सकें।

ग्रामीणों ने बताया कि अब तक प्रशासन ने केवल मौखिक आश्वासन दिया है, जबकि पिछले माह भी इसी मुद्दे पर प्रदर्शन किया गया था। उस समय भी प्रशासन ने जांच का भरोसा दिलाकर आंदोलन को शांत कराया था, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब पुनः 23 अक्टूबर को सैकड़ों ग्रामीण भास्करपारा में एकत्र हुए और खदान क्षेत्र में नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि भारी ब्लास्टिंग से न सिर्फ मकानों में दरारें आई हैं, बल्कि लगातार कंपन से लोग भयभीत हैं। उनका कहना है कि कंपनी सुरक्षा और पर्यावरण के नियमों की खुली अनदेखी कर रही है। प्रभावित क्षेत्र में धूल और प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि सांस लेना मुश्किल हो गया है।

ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि फर्जी ग्राम सभा के आधार पर जारी उत्खनन कार्य को तत्काल रोका जाए और कंपनी से ग्राम सभा रजिस्टर व मूल दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा जाए। यदि ऐसा नहीं होता है, तो आने वाले दिनों में आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।

ग्रामीणों ने कहा कि अब उनकी सहनशक्ति समाप्त हो चुकी है। वर्षों से इस कोल माइंस के कारण गांवों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सात से अधिक गांव इस उत्खनन से सीधे प्रभावित हैं।

यह मुद्दा अब राजनीतिक रूप भी लेता जा रहा है, क्योंकि यह क्षेत्र प्रदेश की कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के विधानसभा क्षेत्र में आता है। ग्रामीणों ने मंत्री से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा है कि वे स्वयं मौके पर आकर स्थिति का जायजा लें और पीड़ितों को न्याय दिलाएं।

अब देखना यह है कि जिला प्रशासन और सरकार कब तक इस गंभीर मुद्दे पर ठोस कार्रवाई करती है या फिर एक बार फिर यह मामला केवल आश्वासन तक सीमित रह जाएगा।

ग्रामीणों ने पंजीकृत ग्राम सभा प्रस्ताव कि, की मांग

ग्रामीणों की शिकायत प्राप्त हुई है कि ग्राम सभा का प्रस्ताव फर्जी है। ग्रामीणों द्वारा पंजीकृत ग्राम सभा के असली प्रस्ताव की मांग की गई है। उन्हें बताया गया है कि वे कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत करें, जिससे नियमानुसार ग्राम सभा के पंजीकृत प्रस्ताव की प्रति उपलब्ध कराई जा सकेगी।

  • चांदनी कंवर, एसडीएम भैयाथान

Previous article
Next article

खबरें और भी हैं...

फॉलो करें

64,000FansLike
47FollowersFollow
5,480SubscribersSubscribe

ट्रेंडिंग

WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें