बिट्टू सिंह राजपूत@सूरजपुर। केंद्र और
राज्य सरकार जहां गांव-गांव तक स्वच्छ और शुद्ध पेयजल पहुंचाने के प्रयास कर रही है, वहीं सूरजपुर जिले के नेवरा गांव की स्थिति इसके बिल्कुल विपरीत नजर आ रही है। यहां संचालित विराट सॉल्वेंट प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री से निकलने वाले दूषित जल के कारण पूरे गांव का जलस्रोत प्रदूषित हो गया है, जिससे ग्रामीणों के सामने गंभीर जल संकट और स्वास्थ्य संबंधी खतरे उत्पन्न हो गए हैं।


ग्रामीणों का आरोप है कि फैक्ट्री का दूषित पानी पीढ़ा डेम जलाशय तक पहुंच रहा है, जिससे जलाशय का पानी भी अब उपयोग के लायक नहीं रहा। यही पानी मवेशी भी पी रहे हैं और खेतों की सिंचाई में भी उपयोग हो रहा है, जिससे न केवल स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है बल्कि किसानों की फसलें भी बर्बाद हो रही हैं।
ग्रामीणों ने कई बार जिला प्रशासन को इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उनका कहना है कि यदि यही स्थिति बनी रही तो आने वाले समय में गांव के सामने पेयजल संकट और गंभीर बीमारियों का खतरा और बढ़ जाएगा।
गांव के युवाओं का कहना है कि उन्हें फैक्ट्री से आपत्ति नहीं है, लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गांव का पानी प्रदूषित न हो। समय रहते उचित निस्तारण और शुद्धिकरण की व्यवस्था नहीं की गई तो हालात और भी बदतर हो सकते हैं।
इस पूरे मामले में सूरजपुर एसडीएम शिवानी जायसवाल ने कहा है कि मामला पर्यावरण विभाग से जुड़ा है, लेकिन शिकायत मिलने पर तहसीलदार को जांच के निर्देश दिए गए हैं।
फिलहाल ग्रामीणों को अब प्रशासन की कार्रवाई का इंतजार है, ताकि उन्हें स्वच्छ पेयजल और सुरक्षित पर्यावरण मिल सके।