हाथोर समाचार,बलरामपुर। जिले में वन विभाग ने अवैध लकड़ी परिवहन पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सेमल की लकड़ी से भरे एक ट्रक को जब्त किया और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मिली गुप्त सूचना के आधार पर वनमंडलाधिकारी आलोक कुमार बाजपेयी के निर्देशन और उपवनमंडलाधिकारी अनिल कुमार सिंह पैकरा के मार्गदर्शन में वनपरिक्षेत्र बलरामपुर की टीम ने सर्किल बरदर, बीट जरहाडीह क्षेत्र में छापेमारी की। यहां एक महिंद्रा ट्रक (CG 15 DF 1373) से अवैध रूप से सेमल के लट्ठों की ढुलाई की जा रही थी।

जांच में ट्रक से सेमल के 13 नग लट्ठे बरामद किए गए। साथ ही लकड़ी लोड करने में उपयोग की जा रही एक लोडर मशीन भी जब्त की गई। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 41 एवं 52 तथा छत्तीसगढ़ अनिवहन (वनोपज) नियम 2001 के नियम 22 के तहत की गई है। यह वन विभाग की सतर्कता और वन अपराध रोकने की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मौके से टीम ने दो आरोपी अनिल यादव, पिता सुनेश्वर यादव, निवासी बलरामपुर तथा अफसर अली, पिता सौकत अली, निवासी मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया। दोनों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि इस अवैध परिवहन में अन्य लोगों के शामिल होने की भी पुष्टि हुई है, जिनकी पहचान कर कार्रवाई की जा रही है। सभी सह-आरोपी जल्द हिरासत में लिए जाने की संभावना है।
कार्रवाई में वनपरिक्षेत्राधिकारी निखिल सक्सेना, वनपाल अनिल कुजूर, वनरक्षक देवी लाल, राजेश राम, प्रवीण बेक, अजीत कुजूर, शिवशंकर सिंह और सुरेंद्र सिंह ओइके की अहम भूमिका रही। टीम ने मौके पर ही जप्ती पंचनामा तैयार करते हुए पूरे मामले को विधिसम्मत रूप से पंजीबद्ध किया।
वनमंडलाधिकारी आलोक कुमार बाजपेयी ने कहा कि जिले में वन अपराधों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सेमल लकड़ी की अवैध तस्करी की सूचना के तुरंत बाद संयुक्त टीम भेजी गई और ट्रक, लोडर मशीन तथा लकड़ी को जब्त कर लिया गया। उन्होंने कहा कि वन संसाधनों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और अवैध गतिविधियों में संलिप्त किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
उपवनमंडलाधिकारी अनिल कुमार सिंह पैकरा ने इसे वन संपदा संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि वन विभाग पूरी तरह सतर्क है और भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयाँ जारी रहेंगी ताकि प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।
बलरामपुर से नंदकुमार कुशवाहा की रिपोर्ट..



