सूरजपुर भीषण सड़क हादसे में बेटे के बाद मां की भी मौत, तीन बेटियां हुईं अनाथ -घर बनाने की सपना रह गया अधूरा

बिट्टू सिंह राजपूत, सूरजपुर। बुधवार देर शाम अंबिकापुर-बनारस मुख्य मार्ग पर स्थित कपसरा गांव के पास हुए भीषण सड़क हादसे में एक मां और उसके 10 वर्षीय बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा इतना भयानक था कि बेटे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मां ने अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक महिला उर्मिला सारथी नगर पंचायत जरही में सफाई कर्मचारी के रूप में कार्यरत थीं। बुधवार शाम लगभग 7 बजे वे अपनी ड्यूटी समाप्त कर स्कूटी से बेटे के साथ अपने गांव मटिगढ़ा लौट रही थीं। इसी दौरान सामने से आ रहे तेज रफ्तार डीजल टैंकर ने कपसरा गांव के पास उनकी स्कूटी को सीधी टक्कर मार दी।

टक्कर इतनी जोरदार थी कि मासूम बेटे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मां को गंभीर अवस्था में अंबिकापुर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

अनाथ हो गईं तीन बेटियां

उर्मिला सारथी के पति की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। उनके चार संताने थीं.जिसमें तीन बेटियां और एक बेटा शामिल हैं. अब मां और बेटे दोनों की मौत से तीनों बेटियां पूरी तरह अनाथ हो गई हैं। बड़ी बेटी की उम्र 13 साल, दूसरी की 11 साल और सबसे छोटी महज 8 साल की है। यह खबर सुनते ही गांव और नगर पंचायत जरही में शोक की लहर दौड़ गई।

घर बनाने लौट रही थीं गांव

बताया गया कि उर्मिला मटिगढ़ा गांव में अपने लिए घर बनवा रही थीं। बुधवार को वे सीमेंट शीट का भुगतान करने के लिए बेटे के साथ गांव जा रही थीं, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।

हादसे के बाद भागा टैंकर, लटोरी से पकड़ाया

हादसे के बाद डीजल टैंकर चालक मौके से फरार हो गया। लेकिन भटगांव पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कुछ ही घंटों के भीतर लटोरी में टैंकर को पकड़ लिया। चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

नगर पंचायत अध्यक्ष ने दी सहायता का आश्वासन

घटना की जानकारी मिलते ही नगर पंचायत जरही के अध्यक्ष पूरन राम राजवाड़े ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मृतक परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर आर्थिक मदद और बच्चों के भरण-पोषण के लिए भी प्रयास किया जाएगा।

कार्यालय में दी गई श्रद्धांजलि

नगर पंचायत कार्यालय परिसर में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने मृतक मां-बेटे को श्रद्धांजलि दी और उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा।

यह हृदयविदारक हादसा न सिर्फ एक परिवार को तबाह कर गया, बल्कि पूरे क्षेत्र को गहरे शोक में डुबो गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मार्ग पर तेज रफ्तार वाहनों पर तत्काल प्रभाव से नियंत्रण किया जाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसे ना हों।

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