हाथोर समाचार,सूरजपुर। अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर सूरजपुर जिले में राज्यस्तरीय कार्यक्रम का भव्य आयोजन नगरपालिका परिषद कार्यालय के समीप स्थित रंगमंच में किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और समाज में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करना रहा।

कार्यक्रम में दिव्यांगजनों को सहायता सामग्री के रूप में 10 मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल, 20 ट्राईसाइकिल, 15 व्हीलचेयर, 15 बैसाखी, 5 ब्लाइंड स्टिक, 20 साधारण छड़ी और 4 एमआर किट वितरित किए गए। उत्कृष्ट कार्यों के लिए जिला गरियाबंद को ‘‘सर्वोत्कृष्ट जिला’’ के सम्मान से नवाज़ा गया। इसी के साथ विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले पाँच दिव्यांगजनों को 5001 रुपये की राशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में दिव्यांग कुमारी शीतल विश्वकर्मा और ज्ञानोदय के मुक-बधिर बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य कार्यक्रम ने उपस्थित जनों की खूब सराहना बटोरी।
मुख्य अतिथि मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि दिव्यांगजन अपनी संघर्षशीलता और सकारात्मक दृष्टिकोण के बल पर समाज में सम्मानजनक स्थान अर्जित करते हैं। शासन का लक्ष्य उन्हें हर स्तर पर सहयोग और प्रोत्साहन प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘दिव्यांग’ शब्द दिए जाने से समाज का दृष्टिकोण सकारात्मक रूप से बदला है और हमें इस सोच को और आगे बढ़ाना है।’’
पूर्व गृहमंत्री एवं वन विकास निगम के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा ने कहा कि दिव्यांगजन समाज की शक्ति हैं और राज्य सरकार उनके अधिकारों व आत्मनिर्भरता को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
विधायक भूलन सिंह मराबी ने कहा कि शासन की योजनाओं से दिव्यांगजनों को नई संभावनाएं मिली हैं। समाज को चाहिए कि वह संवेदनशीलता के साथ उनकी प्रतिभा को आगे लाने में सहयोग करे।
समाज कल्याण विभाग की संचालक रोक्तिमा यादव ने बताया कि प्रदेश में 21 प्रकार की दिव्यांगता को मान्यता दी गई है, और इनके आधार पर कई कल्याणकारी योजनाएँ संचालित की जा रही हैं।
कलेक्टर एस. जयवर्धन ने कहा कि दिव्यांगजन केवल लाभार्थी नहीं, बल्कि समाज के सक्रिय सदस्य हैं और प्रशासन उनकी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष चन्द्रमणि पैकरा, उपाध्यक्ष रेखा राजवाड़े, नगर पालिका अध्यक्ष कुसुमलता राजवाड़े, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, अधिकारी व गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।



