सेहत: पेट दर्द एक आम समस्या है, लेकिन हर पेट दर्द सामान्य नहीं होता। अगर आपके पेट में खासकर दाएं ऊपरी हिस्से या नाभि के आसपास लगातार या तीव्र दर्द हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। यह एक गंभीर बीमारी – अपेंडिसाइटिस गॉलब्लैडर स्टोन या फिर लिवर से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है।
हालांकि ज्यादातर लोग पेट दर्द को गैस, अपच या एसिडिटी समझकर घरेलू इलाज में लगे रहते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर स्थिति में बदल सकता है। डॉक्टरों के मुताबिक, अगर दर्द एक निश्चित जगह पर केंद्रित है, तेज होता जा रहा है और इसके साथ बुखार, उल्टी, या भूख न लगने जैसे लक्षण जुड़ते हैं, तो यह एमरजेंसी की स्थिति हो सकती है।

पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में दर्द क्यों होता है?
पेट का दाहिना ऊपरी हिस्सा, यानी राइट अपर एब्डोमिनल एरिया, शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों का स्थान होता है। यहां स्थित होते हैं:
लिवर (यकृत)
गॉलब्लैडर (पित्ताशय)
छोटी आंत का हिस्सा

डायाफ्राम के नीचे का भाग
इस क्षेत्र में दर्द होने का मतलब है कि इनमें से किसी एक अंग में समस्या हो सकती है। यह दर्द किन बीमारियों का संकेत हो सकता है?
गॉलब्लैडर स्टोन (पित्ताशय की पथरी)
यह पेट दर्द के सबसे आम कारणों में से एक है। जब गॉलब्लैडर (पित्ताशय) में पथरी बन जाती है, तो यह विशेष रूप से खाने के बाद – खासकर जब भोजन वसायुक्त हो – तेज और असहनीय दर्द पैदा कर सकती है। यह दर्द आमतौर पर पेट के दाहिने ऊपरी हिस्से में महसूस होता है और कुछ मामलों में कंधे या पीठ तक फैल सकता है। इसके साथ उल्टी, बदहजमी और हल्का बुखार जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं। यदि समय रहते इसका इलाज न हो, तो यह पित्ताशय में सूजन या संक्रमण का कारण बन सकता है।

हिपेटाइटिस या लिवर इंफेक्शन
लिवर से जुड़ी समस्याएं, जैसे वायरल हिपेटाइटिस, भी पेट के दाएं ऊपरी हिस्से में दर्द का कारण बन सकती हैं। जब लिवर में सूजन आती है, तो यह न केवल दर्द उत्पन्न करता है, बल्कि शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित करता है। इस स्थिति में आंखों और त्वचा का पीला पड़ना (पीलिया), लगातार थकान, मिचलाना और हल्का बुखार आम लक्षण होते हैं। लिवर संक्रमण को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है, इसलिए समय पर जाँच और इलाज आवश्यक है।
अपेंडिसाइटिस
अपेंडिक्स, पेट के दाएं निचले हिस्से में स्थित एक छोटी सी थैली होती है, जिसमें सूजन आ जाए तो उसे अपेंडिसाइटिस कहते हैं। इस बीमारी में पेट दर्द आमतौर पर नाभि के आसपास शुरू होता है और धीरे-धीरे दाहिनी ओर खिसक जाता है। दर्द के साथ-साथ भूख न लगना, उल्टी और बुखार जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। अगर इसे समय रहते नहीं पहचाना गया, तो अपेंडिक्स फट सकता है और यह जानलेवा स्थिति बन सकती है। इसलिए अपेंडिसाइटिस के संदेह में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
गैस या एसिडिटी
गैस या एसिडिटी की समस्या आजकल बहुत आम है, खासकर जब भोजन अनियमित, अधिक तला-भुना या मसालेदार हो। इस स्थिति में पेट में जलन, भारीपन, डकार, और कभी-कभी दर्द भी होता है, जो पेट के किसी भी हिस्से में महसूस हो सकता है। हालांकि यह दर्द अस्थायी होता है और आमतौर पर घरेलू उपायों या एंटासिड दवाओं से ठीक हो जाता है। लेकिन अगर यह समस्या बार-बार हो रही है, तो यह किसी बड़ी पाचन समस्या का संकेत भी हो सकता है, जिसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।
कब तुरंत डॉक्टर के पास जाएं?
अगर पेट दर्द के साथ नीचे दिए गए लक्षण भी हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
तेज और लगातार बढ़ता हुआ दर्द
बुखार के साथ पेट दर्द
उल्टी या खून की उल्टी
आंखों या त्वचा का पीला होना
मल में खून आना
भूख बिल्कुल न लगना
घरेलू इलाज नहीं, मेडिकल सलाह जरूरी
बहुत से लोग पेट दर्द के लिए घरेलू उपाय जैसे अजवाइन, हींग पानी, या गैस की गोली ले लेते हैं। लेकिन अगर दर्द किसी आंतरिक अंग से जुड़ा है, तो यह इलाज स्थिति को और बिगाड़ सकता है। इसलिए ऐसे मामलों में स्वयं दवा लेने से बचें और विशेषज्ञ से सलाह लें।
पेट में दर्द को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है, खासकर अगर वह एक खास हिस्से में लगातार बना हुआ है। दाएं ऊपरी पेट में दर्द होना लिवर, पित्ताशय, या अन्य गंभीर बीमारियों का लक्षण हो सकता है। अगर समय रहते डॉक्टर की सलाह ली जाए, तो कई जटिल बीमारियों से बचा जा सकता है।